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"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २६ में प्रयुक्त काफियों का संकलन

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २६ में प्रयुक्त काफियों का संकलन श्री तिलक राज कपूर जी के द्वारा किया गया है, उम्मीद है कि सदस्यों को ग़ज़ल विधा को और भी नजदीक से समझने का मौका मिलेगा ....

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हृदय से आभारी हूँ कि यह प्रयास आपको सार्थक लगा!

तिलक राज जी आपका यह प्रयोग बहुत सार्थक और लाभप्रद रहेगा मेरा भी यही मानना है आपका यह परिश्रमपूर्ण कार्य  कुछ सीखने का सबब बने इससे अच्छी और बात क्या होगी हार्दिक आभार 

हृदय से आभारी हूँ कि यह प्रयास आपको सार्थक लगा!

गज़ब की पेशकश है आदरणीय कपूर साहिब, इस महती कार्य हेतु ओबीओ गजल गुरु को मेरी हार्दिक बधाई.

हृदय से आभारी हूँ कि यह प्रयास आपको सार्थक लगा!

आदरणीय तिलकराज भाईसाहब, आपने जो कुछ किया है वह भगीरथ-प्रक्रम की श्रेणी का प्रयास है. इस महती कार्य के विभिन्न आयाम हर शायर द्वारा अपने-अपने हिसाब से देखे जायेंगे. किन्तु, इतना तय है कि आपकी अबतक की मांग का सही अर्थ आपने स्वयं बताया है.

आपके इस अद्भुत प्रयास की क्रमबद्ध प्रतीक्षा रहेगी, आदरणीय.

सादर

हृदय से आभारी हूँ कि यह प्रयास आपको सार्थक लगा!

इसका मूल कार्य तो योगराज जी ने कर ही दिया था, बाकि आप सब के प्रेम ने करा दिया! यह पहली बार किया इसलिए कुछ प्रयास लगा अगली बार से प्रयास कम लगेगा ऐसी संभावना है !

करत-करत .. वाला दोहा नहीं पढूँगा, आदरणीय. ...  :-))))

जी, यह सत्य है कि अगली दफ़े मेहनत कम करनी होगी और काम हो जायेगा.

वाह !!!!! बेमिसाल , गजब की मेहनत..........

आदरणीय आभार प्रकट करता हूँ.

हृदय से आभारी हूँ कि यह प्रयास आपको सार्थक लगा!

इसका मूल कार्य तो योगराज जी ने कर ही दिया था, बाकि आप सब के प्रेम ने करा दिया! 

यह पहली बार किया इसलिए कुछ प्रयास लगा अगली बार से प्रयास कम लगेगा ऐसी संभावना है !

यह बहुत अच्छा प्रयास है जो हमें पसंद आया है। ग़ज़ल विधा को समझ कर लिखना बहुत जरूरी है। इस लिये तरही मुशायरों का आयोजन अतिआवशेयक हो जाता है।

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