Tags:
Replies are closed for this discussion.
आ० तेजवीर सिंह जी ,आपको लघुकथा पसंद आयी दिल से बहुत - बहुत आभार |
बहुत सटीक जवाब बालक का। उनका स्वच्छ , निर्मल मन जो देखता है , उसे ही सही मानता है। हर घर की परिवार की परिभाषा पृथक होती है । बहुत ही मासूम उत्तर प्रियांक का। बहुत बहुत बधाई आ. राजेश कुमारी जी।
जी सही कहा बच्चे के परिवार की परिभाषा आदर्श परिवार से बिलकुल उलट थी तो क्या कहता बेचारा .अपने विचारों से लघुकथा के मुखर अनुमोदन हेतु दिल से बहुत बहत आभार आ० नीरज शर्मा जी |
आदरणीया राजेश दीदी, बहुत सुन्दर लघुकथा हुई है. लघुकथा अपने मर्म को अभिव्यक्त करने में सफल हुई है. आदर्श परिवार धन से नहीं सुख और शांति से बनता है. आपको इस प्रस्तुति पर हार्दिक बधाई.
मिथिलेश भैय्या ,लघु कथा के मर्म तक पंहुच कर कई गई इस न्यायसंगत समीक्षा से मैं कृत कृत्य हो गई मेरा लिखना सार्थक हो गया दिल से बहुत बहुत आभारी हूँ |
अच्छी लघुकथा हुई , बधाई कबूल करें
आपका बहुत बहुत आभार आ० मोहन बेगोवाल जी |
आपा-धापी भरे जीवन में माता-पिता कभी-कभी बच्चों को भी भूल जाते है | बालमन में यही बातें अंदर तक घर कर जाती है वही हुआ प्रियांक के साथ भी ... पर इतना अवश्य है कि प्रियांक के माता-पिता को एक अच्छी सीख मिली | सुंदर लघुकथा के लिए बधाई | सादर
आ० सुधीर द्विवेदी जी ,लघु कथा के मर्म तक पंहुचकर की गई आपकी इस प्रतिक्रिया हेतु दिल से बेहद शुक्रगुजार हूँ मेरा लिखना सार्थक हुआ|
अद्भुत! बस इतना ही कहना चाहता हूँ आदरणीया राजेश कुमारी जी!
आपकी प्रतिक्रिया से अभिभूत हूँ आ० जवाहर लाल जी ,दिल से आभार आपका |
आदरणीया राजेश कुमारी जी, लघुकथा बहुत बेहतरीन बनी है। परिवार की परिभाषा का संदेश हर माता-पिता के लिए है अपने आपको चैक कर सकते हैं। क्योंकि हम अपनी नजरों में कुछ भी हो लेकिन बच्चों की नजरों में क्या हैं? ये बहुत मायने रखता है। बधाई स्वीकार करें।
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |