aadarniya bagi ji
bahut bahut shukrguzar hu k aapne apni muhabbato se nawaaza mai aage bhi poori koshish kerta rahunga k kaise hamara obo parivar ilm-o- adab ki duniya me chaand ki tarah roshan ho
At 10:14am on September 27, 2010, Deepak Kumar said…
नमस्कार सर और आपको तहे दिल से धन्यबाद की आपको मेरे द्वारा लिखि हुई पंक्तियां पसंद आयीं। आप अपना आर्शीवाद मुझ पर बनाये रखीयेंगा जिससे मैं आगे भी अच्छा लिख सकूँ।
At 2:52pm on September 14, 2010, Abhinav Arun said…
बागी जी इस खूबसूरत सार्थक मंच की शुरुआत कर आपने प्रशंसनीय कार्य किया है. हम जैसे लोगों को अपनी बात कहने का एक स्थान मिल गया .बहुत खूब और ढेरों साधुवाद .आपकी ग़ज़लें सन्देश परक,परंपरा से हटकर हैंपढ़ा मैंने अच्छा लगा .यूं ही लिखते बढ़ते रहें मिलकर हम सब .यही कामना है .पुनः बधाई.
ganesh bhaiya kya in jitne lekhkon ke naam jo aapne sujhaye hain un sab ke blog padh kar ek naam sujhana hai ya do teen naam sujhane hain w kitne din me ..??
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
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Er. Ganesh Jee "Bagi"'s Comments
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bahut bahut shukrguzar hu k aapne apni muhabbato se nawaaza mai aage bhi poori koshish kerta rahunga k kaise hamara obo parivar ilm-o- adab ki duniya me chaand ki tarah roshan ho
Happiness Quotes | Forward this Graphic
@► बागी जी , मित्र के रूप में आपका स्वागत है ...
.
देखिये मै यहाँ भी आ गया. आपने कहा और मै हाज़िर हूँ .
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