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जहाँ गलतियाँ हों बता दें मेरी
चुभें ये अगर साफ़ बातें मेरी
तुम्हें जिन्दगी दी तो हक़ भी मिला
तुम्हारे कदम पे निगाहें मेरी
हर इक मोड़ पर तुम मुझे पाओगे
नहीं हैं जुदा तुमसे राहें मेरी
तुम्हें नींद आती नहीं है अगर
कहाँ फिर कटेंगी ये रातें मेरी
छुपा क्या सकोगे जबीं की शिकन
हमेशा पढ़ेंगी ये आँखें मेरी
तुम्हारी हिफ़ाज़त करूँ जब तलक
चलेंगी तभी तक ये साँसें मेरी
नहीं आज तुम कुछ समझ पाओगे
समझ जाओगे कल ये बातें मेरी
नसीहत लगें आज तुमको फ़कत
समझना इन्हें कल दुआएँ मेरी
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(मौलिक एवं अप्रकाशित )
Comment
तहे दिल से आभारी हूँ मिथिलेश जी ,आपको ग़ज़ल पसंद आई मेरा लिखना सार्थक हुआ पाठक़ की संतुष्टि भरी प्रतिक्रिया लेखक़ की कलम की संजीवनी हुआ करती है बहुत बहुत शुक्रिया
जहाँ गलतियाँ हों बता दें मेरी
चुभें ये अगर साफ़ बातें मेरी -------बेहतरीन मतला
तुम्हें जिन्दगी दी तो हक़ भी मिला
तुम्हारे कदम पे निगाहें मेरी..........बेहतरीन शेर
छुपा क्या सकोगे जबीं की शिकन
हमेशा पढ़ेंगी ये आँखें मेरी .........क्या बात है ... कमाल का शेर
तुम्हारी हिफ़ाज़त करूँ जब तलक
चलेंगी तभी तक ये साँसें मेरी..............बहुत बढ़िया अशआर
नसीहत लगें आज तुमको फ़कत
समझना इन्हें कल दुआएँ मेरी......बेहतरीन और उम्दा शेर ....दिल से दाद ......
आपकी नसीहत हमेशा हम नौसिखियों के लिए दुआएँ है ............ उम्दा ग़ज़ल का उम्दा शेर
आ० विजय निकोर जी ,आपको ग़ज़ल पसंद आई मेरा लिखना सार्थक हुआ तहे दिल से आभारी हूँ |
बहुत ही अच्छे अशआर हैं। हार्दिक बधाई, आदरणीया राजेश जी।
कल्पना मिश्रा जी ,आपकी प्रतिक्रिया से अभिभूत हूँ ,आपने मेरे लेखन /ग़ज़ल को इतना मान दिया तहे दिल से आभारी हूँ |
मैडम आप ने ये गजल लिखने का हुनर कहाँ से सीखा है । अति लुभावनी गजलों से रु-ब -रु करती है बहुत बधाई /सादर
आ० गिरिराज भंडारी जी,आपको ग़ज़ल पसंद आई आपका अनुमोदन उत्साह वर्धन के साथ आश्वस्ति का कारण भी हुआ कि मेरा लिखना सार्थक हुआ हृदय से आभार आपका |
नरेंद्र सिंह चौहान जी ,आपको ग़ज़ल पसंद आई इस होंसलाफ्जाई का दिल से शुक्रिया |
आ० सौरभ जी ,ग़ज़ल पर क्या किसी भी रचना पर आपकी न्यायसंगत प्रतिक्रिया आश्वासन अथवा मार्गदर्शन का सबब हुआ करती हैं पढ़कर हर्ष हुआ कि अशआर आपको प्रभावित कर सके मेरा लिखना सार्थक हुआ तहे दिल से आभारी हूँ सादर |
कहीं गलतियाँ हों बता दें मेरी
चुभेंगी अगर तुमको बातें मेरी
तुम्हें नींद आती नहीं है अगर
कहाँ फिर कटेंगी ये रातें मेरी ----- आदरणीया खूब सूरत गज़ल , और इन दो अश आर के लिये आपको बधाइयाँ ॥
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