1212 1122 1212 22(112)
असर दिखा है जमाने में खास बातों का ।
मिटा है खूब खज़ाना रईसजादों का ।।
है फ़िक्र उस को नसीहत रुला गई यारों ।
गया है चैन , सुना है तमाम रातों का ।।
लुटे थे लोग जो अपने गरीबखानों से ।
हिसाब मांग रहे है वही हजारों का ।।
न पूछिए की चुनावों में हाल क्या होगा ।
बड़ा अजीब नज़ारा है इन सितारों का ।।
सफ़ेद पोश से पर्दा हटा गया कोई ।
पता चला है लुटेरों के हर ठिकानों का ।।
गरीब…
Added by Naveen Mani Tripathi on November 23, 2016 at 8:30pm — 5 Comments
221 2121 1221 212
ये सिलसिले भी इश्क के हमसे खफा मिले ।
अक्सर मेरे रकीब जमानत रिहा मिले ।।
किस्मत की बेवफाई जरा देखिये हुजूर ।
जितने सनम मिले सभी शादी शुदा मिले ।।
जब भी उठे नकाब हिदायत के नाम पर ।
क्यों लोग आईने में हक़ीक़त ज़ुदा मिले ।।
चर्चा , लिहाज़ उम्र का , उसको नही रहा ।
कुछ तितलियों के फेर में अक्सर फ़िदा मिले।।
अक्सर हबस के नाम पे मरता है आदमी ।
मासूम सी अदा में ढ़ले बेवफा मिले ।।…
Added by Naveen Mani Tripathi on November 22, 2016 at 11:30pm — 15 Comments
Added by Naveen Mani Tripathi on November 16, 2016 at 9:15am — 4 Comments
1222 1222 1222 1222
तेरे जलवे से वाकिफ हूँ तेरा दीदार करता हूँ ।
मुहब्बत मैं तुझे सज़दा यहां सौ बार करता हूँ ।।
नज़र बहकी फिजाओं में अदाएं भी हुई कमसिन ।
बड़ी मशहूर हस्ती हो नया इकरार करता हूँ ।।
न जाने कौन सी मिट्टी खुदा ने फिर तराशा है ।
है कारीगर बड़ा बेहतर बहुत ऐतबार करता हूँ ।।
नई आबो हवा में वो कली खिल जायेगी यारों ।
गुलाबी रोशनाई से लिखा रुख़सार करता हूँ ।।
यहां बेदर्द ख्वाहिश है वहां कातिल निगाहें हैं ।
बड़ी…
Added by Naveen Mani Tripathi on November 15, 2016 at 2:00am — 5 Comments
Added by Naveen Mani Tripathi on November 5, 2016 at 4:36pm — 2 Comments
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