आदरणीय साथिओ,
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आदरणीय समर कबीर साहब जी, आप ने बहुत अच्छी लघुकथा लिखी है. बधाई आप को लघुकथा हेतु.
क्या बात है आदरणीय समीर सर . इस बेहतरीन कथा के लिये आपको बार - बार सलाम .
ओबीओ के रजत जयंती समारोह के गुलदस्ते में अलग अलग खुशबू की रचनाओं में विलक्ष्ण खूशबू लिए प्रस्तुत रचना का सूफीयाना फ्लेवर मन मोह गया । हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकारें आदरणीय समर कबीर साहिब ।
आज जिस काम के लिए जा रहे हैं वह और किसी भी काम से अहम है आ० समर कबीर साहिबI वैसे आप की मौजूदगी से बहुत सहारा मिलता हैI बहरहाल, आप काम निपटाएँ हम सब तो हैं ही आयोजन संभालने के लिएI
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