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मित्रों आप सबके समक्ष है नए सालका नया तोहफा एक नए कोने के माध्यम से| प्रस्तुत है भूले बिसरे गीतों की कहानी " गीत भूले बिसरे"| प्रतिदिन साईट में दाहिनी तरफ परिवर्तित होने वाला यह कोना आप सबको ऐसी पुरानी यादों में ले जायेगा जो मष्तिष्क के किसी कोने में अब भी तरो ताज़ा
हैं| ऐसे गीत जिन्हें जिन्हें ज़माने में उडी धूल की परतों ने धुंधला कर
दिया है, जिन्हें  सुनकर पुराने दिन चोले बदल कर सिरहाने आ बैठते हैं, दिल
के कसी कोने में एक हलचल सी मचाती है| आपकी यादों के इन्ही घरौंदों को बचा
कर रखने की एक कोशिश है " गीत भूले बिसरे"|

*मुख्य पृष्ठ पर स्थान उपलब्ध करने के लिए OBO प्रबंधन को भी बहुत बहुत धन्यवाद|

आशा है आपको यह प्रयास बहुत पसंद आयेगा|

इस कोने के बारे में अपनी प्रतिक्रया से ज़रूर अवगत कराएं|

 

आपका अपना

(राणा प्रताप सिंह)


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आज का गीत फिल्म जिद्दी (१९६४) से है जिसे गया है आशा जी ने और फिल्माया गया है जॉय मुखर्जी और आशा पारेख के ऊपर 

 

प्रस्तुति:राणा प्रताप सिंह

"चन्द्रमा सा मुख था उसका चंद्रमुखी था नाम"

फिल्म चंद्रमुखी(१९६०), गायक मुकेश, संगीतकार एस एन त्रिपाठी, गीतकार भरत व्यास 

 

प्रस्तुति:राणा प्रताप सिंह

वाह... बहुत सुन्दर... मोहक गीत ... और ये पुराने गीतों वाला विचार सुन्दर...

RANA PRATAP SINGH 

CONGRATS !

YOU ARE LOADING WONDERFUL FORGOTTEN OLD NOSTALGIC SONGS ON OBO . KEEP IT UP. THANKS.

PK ROY

bahut umda ....alfaaz nahi hai tareef ke liye

"तेरे दिल के पास ही है मेरी मंजिले-मक़सूद"

फिल्म संगम(१९६४), गायक मुकेश, संगीतकार, शंकर जयकिशन, गीतकार शैलेन्द्र और कलाकार हैं राज कपूर और वैजयंती माला|

प्रस्तुति:राणा प्रताप सिंह

"ये दुनिया वाले पूछेंगे, मुलाकात हुई क्या बात हुई"

फिल्म महल(१९६९), गायककिशोर कुमार और आशा भोंसले, संगीतकार, कल्याण जी आनंद जी, गीतकार आनंद बख्शी और फिल्माया गया है देव साहब और आशा पारेख के ऊपर|

प्रस्तुति:राणा प्रताप सिंह

राणा जी नमस्कार,
भूले बिसरे गीत में जो गीत दिया है "मेरा गाँव मेरा देश"  फ़िल्म का - "आया आया अटरिया पे"   आपकी जानकारी के लिए इस फ़िल्म के संगीतकार लक्ष्मीकांत प्यारेलाल हैं.
 
त्रुटि पर ध्यान दिलाने हेतु बहुत बहुत धन्यवाद सुरेन्द्र  साहिब, सुधार कर दिया गया है |

rana jee ek gaana hai...agar possible ho to wo kal me lagaiye naa.....

 

song name- koi hota jisko apna hum apna keh lete yaaron

film name- mere apne(1971)

singer- Kishore Kumar

साथियों ! आज प्रस्तुत है एक सदाबहार गीत १९४६ में प्रदर्शित फिल्म "अनमोल घडी" से इस गीत को लिखा है तनवीर नकवी ने और धुन बनाई है नौशाद ने। परदे पर और उसके पीछे दोनों जगह नूरजहाँ ही इस गीत को गा रही हैं।

तो आप भी गुनगुनाइये ... जवां है मुहब्बत हसीं है जमाना, लुटाया है दिल ने ख़ुशी का खजाना,

दोस्तों आज जो गीत प्रस्तुत करने जा रहे है वह १९५० में बनी फिल्म बाबुल से है, इस गीत को स्वर दिया है लता दीदी ने, संगीत से सजाया है नौशाद ने तथा गीतकार हैं शकील बदायूनी साहिब, स्क्रीन पर नर्गिश ने कहा है "लगन मोरे मन की बलम नहीं जाने"

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