For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Views: 74263

Reply to This

Replies to This Discussion

khush khabri hai | haardik badhaai shri वीनस केसरी ji 

धन्यवाद आदरणीय

सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि नेपाल में ग़ज़ल और कविता के क्षेत्र में कार्यरत साहित्यिक संस्था अनाममण्डली के द्वारा दिनांक 06 तथा 07 सितम्बर’13 को ग़ज़ल पर राजधानी काठमाण्डू (काठमाँड़ौ) में एक कार्यशाला-सह-समारोह आयोजित की जा रहा है, जिसमें भारत से श्री वीनस केसरी तथा मुझ ख़ाकसार को मय खर्च आमंत्रित किया गया है.

अपने तौर पर मैं इसे अपने अभिनव मंच ओबीओ की ही उपलब्धि मानता हूँ. क्योंकि इसी मंच पर मुझे ग़ज़ल का ककहरा सीखने का अवसर मिला है. 

भाई वीनस जी और मैं दिनांक 4 सितम्बर को काठमाण्डू के लिए रवाना हो रहे हैं.

आप सभी सुधी सदस्यों और समस्त शुभचिंतकों के आशीर्वाद और आपकी शुभकामनाओं से आप्लावित हम अपनी उपस्थिति से उक्त कार्यशाला-सह-समारोह में अपनी सक्रिय प्रतिभागिता द्वारा अपने मंच का नाम रोशन कर सकें, यही अपेक्षा है.  

काठमाण्डू से आधिकारिक सूचना के आज मिल पाने के कारण इसे अब साझा किया जा रहा है.

सादर

सौरभ

आदरणीय सौरभ जी और वीनस जी को बहुत बहुत शुभकामनाएँ 

सादर आभार डॉ. प्राची

 बहुत खुशी की बात है आदरणीय सौरभ जी!

आप दोनों को हार्दिक शुभकामनायें !!

सादर आदरणीया

हमारी दिली शुभकामनाएं आपके साथ रहेंगी, सादर

हार्दिक धन्यवाद आदरणीय

ओ बी ओ के सदस्य के रूप में आदरणीय श्री सौरभ पाण्डेय जी एवं श्री वीनस केसरी जी को इस आयोजन में भाग लेने 

हेतु मेरी हार्दिक शुभकानाए | इससे इस मंच का नाम रोशन होगा ऐसी शुभकामनाए | आयोजन पश्चात वहां प्रस्तुत 

गजल इस मंच पर पोस्ट कर अवश्य उपलब्ध करावे | सादर 

इस मन्च ने साहित्य के क्षेत्र में बहुत कुछ किया है. एक नहीं कई लोग खड़े हो रहे हैं. इसकी खुशी भी है.

आदरणीय सौरभ भईया और प्रिय वीनस भाई, सच कहूँ तो आज ओ बी ओ परिवार के लिए जश्न का दिन है आज इस परिवार से एक नहीं बल्कि दो दो सदस्यों को अन्तराष्ट्रीय बुलावा आया है, गर्व है मुझे, आप दोनों को बहुत बहुत बधाई, ओ बी ओ परिवार का नाम देश विदेश में यूँ ही रौशन होता रहे ।  

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"एक बात होती है शायर से उम्मीद, दूसरी होती है उसकी व्यस्तता और तीसरी होती है प्रस्तुति में हुई कोई…"
7 minutes ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"ग़ज़ल अच्छी हुई। बाहर भी निकल दैर-ओ-हरम से कभी अपने भूखे को किसी रोटी खिलाने के लिए आ. दूसरी…"
16 minutes ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"ग़ज़ल अच्छी निबाही है आपने। मेरे विचार:  भटके हैं सभी, राह दिखाने के लिए आ इन्सान को इन्सान…"
30 minutes ago
surender insan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"221 1221 1221 122 1 मुझसे है अगर प्यार जताने के लिए आ।वादे जो किए तू ने निभाने के लिए…"
1 hour ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"धन्यवाद आ. सौरभ सर,आपने ठीक ध्यान दिलाया. ख़ुद के लिए ही है. यह त्रुटी इसलिए हुई कि मैंने पहले…"
1 hour ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"आदरणीय नीलेश जी, आपकी प्रस्तुति का आध्यात्मिक पहलू प्रशंसनीय है.  अलबत्ता, ’तू ख़ुद लिए…"
1 hour ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"आदरणीय तिलकराज जी की विस्तृत विवेचना के बाद कहने को कुछ नहीं रह जाता. सो, प्रस्तुति के लिए हार्दिक…"
1 hour ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"  ख़्वाहिश ये नहीं मुझको रिझाने के लिए आ   बीमार को तो देख के जाने के लिए आ   परदेस…"
2 hours ago
Sushil Sarna commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - चली आयी है मिलने फिर किधर से ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज भंडारी जी बहुत सुंदर यथार्थवादी सृजन हुआ है । हार्दिक बधाई सर"
3 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"धन्यवाद आ. चेतन प्रकाश जी..ख़ुर्शीद (सूरज) ..उगता है अत: मेरा शब्द चयन सहीह है.भूखे को किसी ही…"
5 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"मतला बहुत खूबसूरत हुआ,  आदरणीय भाई,  नीलेश ' नूर! दूसरा शे'र भी कुछ कम नहीं…"
5 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
". तू है तो तेरा जलवा दिखाने के लिए आ नफ़रत को ख़ुदाया! तू मिटाने के लिए आ. . ज़ुल्मत ने किया घर तेरे…"
6 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service