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ये सिलवटें भला क्यों ?

 

ये सिलवटें भला क्यों ?

 

 

 

 

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is tathyaparak evam gyanvardhak jaankari ke liye aabhar hardeep ji...

आदरणीया डॉ हरदीप कौर संधु जी, सर्वप्रथम तो एक साहित्यिक नई जानकारी देने के लिए बहुत बहुत आभार, ओ बी ओ पर मुझ सहित कई सारे मित्रों ने हाइकु विधा पर कलम आजमाइस की है, किन्तु हाइगा के बारे में जानकर उत्सुकता बढ़ गई है |

 

कुछ प्रश्न ....

 

//हाइगा में तीन तत्व होते हैं - रंगचित्र + हाइकु कविता + सुलेख //

 

चित्र + हाइकु , तो आप के द्वारा दिए गए उदाहरण से स्पष्ट हो रहा है किन्तु "सुलेख" को नहीं समझ सका,

 

हालाकि आप द्वारा लिखी गई चित्र के ऊपर हाइकु मेरे समझ से त्रुटिपूर्ण है .......

चेहरे पर =5

पड़ गई सिलवटें =७  = ८

भूले मुस्काना = ५

 

आदरणीया कृपया इस विधा पर और प्रकाश डालना चाहेंगी |

एक नयी जानकारी सामने आयी | और एक नया हाइकू भी | दोनों के लिए आभार डॉ हरदीप जी |

चेहरे पर

उभरी सिलवटें

भूले मुस्काना ..

******

 

ek aur nayee jaankaari.

aap ko dhanyawaad ki ye jaankaari aapne hm tk pahuchaee.

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