For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

कौन भरेगा पेट - एक नव गीत

कौन भरेगा पेट  

 

छोड़ा गाँव आज बुधिया ने,

बिस्तर लिया लपेट

उपजायेगा कौन अन्न अब,

कौन भरेगा पेट  

 

गायब हैं घर में खिड़की अब,

दरवाजों की चलती है

आज कमी आँगन की हमको,

बहुत यहाँ पर खलती है

 

लैपटॉप पर खोल रहे हैं,

अब विंडो बिल गेट

 

खेतों में सडकें घुस आयीं,

जंगल में महलों का शासन

पानी सूख गया झरनों का,

पशु पक्षी कर गए पलायन

 

नालों ने मिलकर कर डाला,

नदियों का आखेट

 

बैठ धरा पर हमने लिक्खी,

बस चाँद गगन की सुन्दरता

वसुधा के सीने पर निश दिन,

करते रहे सदा बर्बरता   

 

तपती रही धरा, मंगल पर,

पहुँच गया रॉकेट

 

(मौलिक एवं अप्रकाशित)

Views: 576

Facebook

You Might Be Interested In ...

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by बसंत कुमार शर्मा on May 8, 2017 at 8:59pm

आपकी स्नेहिल प्रतिक्रिया पाकर मुग्ध हूँ आदरणीय गिरिराज भंडारी जी , सादर नमन,  इसी तरह स्नेह बनाये रखें


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on May 8, 2017 at 8:06pm

आदरनीय बसंत भाई , आधुनिकता से पैदा हुई विनाशक परिस्थिति को आपके बहुत अच्छे से बान्धा है गीत मे .. बधाइयाँ ।

Comment by बसंत कुमार शर्मा on May 8, 2017 at 5:41pm

 ह्रदय से आभार आदरणीय  श्री laxman dhami जी आपका, इसी तरह स्नेह बनाये रखें, सादर 

Comment by बसंत कुमार शर्मा on May 8, 2017 at 5:40pm

ह्रदय से आभार आदरणीय  Samar kabeer जी  आपका, यूँ ही स्नेह बनाये रखें, सादर 

Comment by Samar kabeer on May 8, 2017 at 3:39pm
जनाब बसंत कुमार शर्मा जी आदाब,बहुत अच्छा नवगीत लिखा आपने,इस प्रस्तुति पर बधाई स्वीकार करें ।
Comment by लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' on May 8, 2017 at 11:58am

आ. भाई बसंत  जी सुंदर गीत हुआ हार्दिक बधाई स्वीकारें

Comment by बसंत कुमार शर्मा on May 7, 2017 at 10:54am

जी आदरणीय सतविन्द्र कुमार जी ध्यानाकर्षण हेतु ह्रदय से आभार, परिमार्जन का प्रयास करता हूँ , इसी तरह मार्गदर्शन करते रहें सादर 

Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on May 7, 2017 at 9:36am
आदरणीय बसन्त कुमार शर्मा जी,उत्तम नवगीत हुआ है।आपने अंग्रेजी के शब्दों का भी सटीक प्रयोग किया है,हारदिक बधाई।
टेसू और पलाश तो एक हीहै न?
Comment by बसंत कुमार शर्मा on May 7, 2017 at 9:32am

हृदय से आभार आदरणीय  Mohammed Arif जी आपका, आपकी मनभावन प्रतिक्रिया से उत्साहित हूँ. मार्गदर्शन की सदैव अपेक्षा है मंच से 

Comment by Mohammed Arif on May 6, 2017 at 10:50pm
आदरणीय बसंत कुमार शर्मा जी आदाब, मैं आपकी रचना से प्रथम साक्षात कर रहा हूँ । आपके नव गीत ने मुझे काफी प्रभावित किया ।गीत में दर्द है, आधुनिकता की आँधी में उजड़ने का दर्द भी उजागर हुआ है । ढेरों बधाई स्वीकार करें । बाक़ी गुणीजन अपनी राय देंगे इंतज़ार करें ।

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - आँखों की बीनाई जैसा
"आ. अमीरुद्दीन अमीर साहब जब मलाई लिख दिया गया है यानी किसी प्रोसेस से अलगाव तो हुआ ही है न..दूध…"
19 hours ago
Ashok Kumar Raktale commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post पहलगाम ही क्यों कहें - दोहे
"आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सादर, पहलगाम की जघन्य आतंकी घटना पर आपने अच्छे दोहे रचे हैं. उस पर बहुत…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post दोहा चतुर्दशी (महाकुंभ)
"आदरणीय सुरेश कल्याण जी, महाकुंभ विषयक दोहों की सार्थक प्रस्तुति के लिए हार्दिक धन्यवाद. एक बात…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post दोहा सप्तक
"वाह वाह वाह !  आदरणीय सुरेश कल्याण जी,  स्वामी दयानंद सरस्वती जैसे महान व्यक्तित्व को…"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"जय हो..  हार्दिक धन्यवाद आदरणीय "
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post पहलगाम ही क्यों कहें - दोहे
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी,  जिन परिस्थितियों में पहलगाम में आतंकी घटनाओं को अंजाम दिया गया, वह…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी left a comment for Shabla Arora
"आपका स्वागत है , आदरणीया Shabla jee"
Monday
Shabla Arora updated their profile
Monday
Shabla Arora is now a member of Open Books Online
Monday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . अपनत्व
"आदरणीय सौरभ जी  आपकी नेक सलाह का शुक्रिया । आपके वक्तव्य से फिर यही निचोड़ निकला कि सरना दोषी ।…"
Monday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-174
"शुभातिशुभ..  अगले आयोजन की प्रतीक्षा में.. "
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-174
"वाह, साधु-साधु ऐसी मुखर परिचर्चा वर्षों बाद किसी आयोजन में संभव हो पायी है, आदरणीय. ऐसी परिचर्चाएँ…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service