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आज 'उनका' फ़ोन आया था।फोन तो रोज ही आता था पर आज कुछ ख़ास बात कही आता उन्होंने। उन्होंने कहा,"अब शादी का दिन करीब आ रहा है थोड़ी 'डाइटिंग' कर लो। माँ कह रही थी कि स्टेज पर बैठेगी तो पतली ही अच्छी लगेगी। अभी दो महीने हैं। मैं तुम्हे 'डाइट प्लान' और योग की सीडी भेज दूँगा,प्लीज मेरे लिए करोगी न।"
शब्द घर कर गए दिल में,अब घबराहट होने लगी थी कि पतली न हुई तो 'उनकी' माँ और 'वो' क्या सोचेंगे मेरे बारे में....
अब रह रह कर माँ और भाई की बाते याद आ रही थी...कितना टोकते थे मुझे....मीठा खाने और मलाई खाने से रोकते थे...और मैं चिढ कर उन्हें ही बुरा भला कह देती थी...पर सच को पछाड़ा नही जा सकता...ससुराल भी जाना ही है...अच्छा भी लगना ही है...फिर क्यू माँ और भाई को कोसती थी कि भाई को तो चुपड़ी रोटी देती हो और मुझे घी सूंघने भी नहीं मिलता। काश माँ और भाई की बात सुनी होती तो आज उनकी और उनकी माँ के ये शब्द न सुनने पड़ते।

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(मौलिक व अप्रकाशित)

Views: 322

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Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on December 29, 2015 at 11:58pm
सुंदर अति सुंदर।
Comment by नयना(आरती)कानिटकर on December 29, 2015 at 11:26pm

 कोई बात नहीं देर आए दुरुस्त आए :)

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