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भूख
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भूख हायकु
विचलित है मन
शब्द मनन|

पत्तल झूँठा
चाट भरता पेट
अमीर शेष|

झूठन चाट
शांत की उदराग्नि
कुत्तों के संग|

भृत्य लाड़ले ...सेवक
अवशेष भोजन
भूख मिटाते|

सगाई-शादी
क्यों भोजन बर्बादी
बिलखे तन|

भोज्य बर्बाद
शादी समारोह
गरीब टूटे| सविता मिश्रा

"मौलिक व अप्रकाशित"

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Comment

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Comment by savitamishra on July 8, 2014 at 10:19pm

बहुत बहुत शुक्रिया पाण्डेय  भैया ..नमस्ते 


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on July 7, 2014 at 7:56pm

इस सार्थक प्रयास के लिए हार्दिक बधाई आदरणीया.

सादर

Comment by savitamishra on July 4, 2014 at 7:14pm

बहुत बहुत शुक्रिया मिश्रा भैया 

Comment by Dr Ashutosh Mishra on July 4, 2014 at 1:42pm

आदरणीया ..जनहित में जारी किये गए सन्देश प्रद हायकू के लिए ढेर सारी बधाई सादर 

Comment by savitamishra on July 2, 2014 at 10:04am

 शिज्जु शकूरभैया बहुत बहुत शुक्रिया आपका 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by शिज्जु "शकूर" on July 2, 2014 at 8:23am

सगाई-शादी
क्यों भोजन बर्बादी
बिलखे तन|

भोज्य बर्बाद
शादी समारोह
गरीब टूटे| 

एक सार्थक संदेश देते हायकू के लिये बहुत बहुत बधाई

कृपया ध्यान दे...

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