सेमीनार में “कार्य स्थल पर यौन उत्पीड़न” विषय पर अपना भाषण देकर जब प्रिंसीपल साहिब स्टेज से उतरे तो सभी ओर तालियों की गड़गड़ाहट व वाहवाही गूंज रही थी, सभी लोग बारी-बारी प्रिंसीपल साहिब को बधाईयां दे रहे थे। इसी क्रम में जब एक जूनियर अध्यापिका ने प्रिंसीपल साहिब को बधाई दी तो उन्हे लगा जैसे किसी ने सरे-बाजार उन्हे नंगा कर दिया हो।
- मौलिक व अप्रकाशित
Comment
आदरणीय रविकर जी व अभिनव जी,
लघुकथा की आत्मा तक पहुंचने के लिए कोटि-कोटि धन्यवाद।
आदरणीय मित्र महतो जी,
आप लघुकथा की आत्मा तक पहुंचे, लिखना सफल हुआ। धन्यवाद ।
प्रधान सम्पादक श्री योगराज प्रभाकर जी मेरे ज्येष्ठ भ्राता है। उन्ही की छत्रछाया में रहकर कुछ शब्द लिखने की हिम्मत की। उन्ही के मार्गदर्शन से यह लघुकथा सराही जा रही है। ज्येष्ठ भ्राता की बधाई सिर-आंखों पर।
आदरणीय रवि भाई, मंत्र मुग्ध हूँ, क्या झन्नाटेदार तमाचा मारा है, वाह वाह, लघुकथा की जमीं पर एक उदाहरण है आपकी प्रस्तुति, बहुत बहुत बधाई और शुभकामनाएं ।
आदरणीय राजेश कुमारी जी,
उत्साहपूर्ण टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी भविष्य में भी लिखने के लिए प्रेरित करेगी।
श्रद्धेय सौरभ भाई जी,
आपकी उत्साहपूर्ण टिप्पणी सदैव मार्गदर्शन करते हुए प्रेरित करती है। आशा है कि आपके मार्गदर्शन से भविष्य में भी कुछ और लिखने का प्रयत्न करूंगा। कोटि-कोटि धन्यवाद।
बहुत बढ़िया, बिन कहे सबकुछ कह दिया, बधाई आदरणीय रवि जी
समझने वाली बात है....जैसे पटाके से कोई विस्फोट हुआ हो.
वाह कमाल किया आपने कुछ ही लाइनों में ... आपने क्या...... तस्वीर खिची है ... बधाई आदरणीय
बिना कहे ही सबकुछ कह दिया आपकी लघु कथा ने दिल से बहुत बहुत बधाई सर
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online