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किसी सफ़र से कम नहीं है मेरी जिंदगी ----------------

किसी सफ़र से कम नहीं है मेरी जिंदगी !

कुछ पल ठहरी , और फिर चल दी!

ना राहो का पता , ना मंजिल की खबर !

भटक रहा हूँ कभी इस डगर, कभी उस डगर !

कभी सर्दी की ठिठुरन , कभी गर्म लू के थपेड़े !

कभी खुशियों की आहट , कभी गम के घेरे !

कभी बारिश का मौसम , कभी दिन के उजाले !

कभी विष के घूंट , कभी मय के प्याले !

ना कोई हमराह , ना कोई संगी साथी !

मगर बढ़ते कदम ये है की रुकते नहीं है !

मीलों चल चुके है मगर थकते नहीं है !

ना है कोई दुश्मन , ना कोई प्राणप्यारा !

मेरे इस सफ़र का कहाँ है किनारा ?

कुछ निकल गए है आगे , कुछ पीछे छुट गए है !

मगर यादो के निशा है की मिटते नही है !

चला जा रहा हूँ यादों को साथी बनाकर !

अपनो और परायो को सबको भुलाकर !

बहुत कुछ पाकर , बहुत कुछ लुटाकर !

तेरा हूँ सबकुछ तुझी में समाकर !

पल भर तो कर लूँ तेरी बंदगी !

किसी सफ़र से कम नहीं है मेरी जिंदगी !

कुछ पल ठहरी , और फिर चल दी!

लालसाओ , वासनाओं में बहा जा रहा हूँ !

मुझे क्या खबर मैं कहाँ जा रहा हूँ !

विषय वासनाओं में लिप्त हूँ मैं इस कदर !

खो गया है पता छुट गयी है डगर !

अहम् ये मेरा मुझे डुबो रहा है !

सुख चैन ये मेरा सब खो रहा है !

झूठ , बेईमानी और कपट के सहारे !

ढूंढ रहा हूँ मैं मोती बैठ दरिया किनारे !

चापलुसी की बैसाखीयों पे चला जा रहा हूँ!

ना जाने कब मिटेगी ये मेरे मन की गंदगी !

किसी सफ़र से कम नहीं है मेरी जिंदगी !

कुछ पल ठहरी , और फिर चल दी!

 

 

----------------------डॉ. अनुराग सैनी --------------------

मौलिक व अप्रकाशित  

 

 

 

 

 

 

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Comment by ram shiromani pathak on October 1, 2013 at 7:37pm

सुन्दर अभिव्यक्ति आदरणीय अनुराग भाई जी,बहुत बधाई !!

Comment by डॉ. अनुराग सैनी on October 1, 2013 at 6:12pm

हार्दिक आभार आप सभी का ! आपके उत्साहवर्धन का सदा आकांक्षी ! 


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on October 1, 2013 at 4:24pm

जीवन सफ़र में दिग्भ्रमित राही की दशा को प्रस्तुत करती अभिव्यक्ति 

शुभकामनाएं 

Comment by अरुन 'अनन्त' on October 1, 2013 at 3:41pm

आदरणीय अनुराग भाई जी जिंदगी की यही रीत है सुन्दर प्रस्तुति बधाई स्वीकारें.


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on October 1, 2013 at 8:24am

आदरणीय अनुराग भाई , सुन्दर रचना , और सुन्दर भाव !! आपको रचना के लिये बहुत बधाई !!

Comment by डॉ. अनुराग सैनी on September 30, 2013 at 8:24pm

बहुत  बहुत शुक्रिया 

Comment by D P Mathur on September 30, 2013 at 7:51pm

आदरणीय डॉ अनुराग जी जीवन का सही चित्रण किया है आपने अपनी इस रचना में, आपको बधाई।

कृपया ध्यान दे...

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