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१ २ २ २ / १ २ २ २ /१ २ २ २ 

न  मिलने का नया, उसका बहाना है.

उसे हर हाल बस, मेरा दिल दुखाना है .

कहाँ तक सुनें, कभी तो खत्म हो जाएँ,

नए किस्से नया, उसका हर फ़साना है.

जिसे देखो, वो संग ले हाथ में, दौड़े,

जहाँ में मुझ पागल का, क्या ठिकाना है .

सितमगर लाख बारूद बो, ज़मीनों में 

अमन की फसलें, दिल में लहलहाना है.

नई हर चाल उसकी, पैंतरे खूब हैं,

उसे हर  हाल में, मुझे हराना है.

रिवाजों में न कैद कर तू बेटी को

उसे दुनिया के आगे सर उठाना है .

मौलिक व अप्रकाशित 

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Comment by Dr.Prachi Singh on September 26, 2013 at 10:53am

सुन्दर प्रयास आ० शालिनी जी 

बहर कुछ ज़गह हाथ छुड़ा कर भाग रही है.. सतत प्रयास से सधती जायेगी 

शुभकामनाएं 

Comment by Saarthi Baidyanath on September 22, 2013 at 8:49pm

शालिनी जी ..... बढ़िया व सरहनीय प्रयास है...| नमन सहित :)

Comment by shalini rastogi on September 22, 2013 at 6:38pm

वीनस केसरी  जी .. मुझे पता है कि अभी बहुत सारी कमियां रहतीं हैं .. फिर भी आपकी टिप्पणी से हौंसला मिला .. आपका मार्गदर्शन भी वांछित है |

सधन्यवाद!

 

Comment by shalini rastogi on September 22, 2013 at 6:34pm

Dr Ashutosh Mishra ji हार्दिक आभार व्यक्त करती हूँ ..

Comment by वीनस केसरी on September 21, 2013 at 11:04pm

वाह निभाते निभाते आप बहुत कुछ निभा ले गईं ... हार्दिक बधाई
जो थोड़ी सी कसर बची रह गई है वो भी जल्द दूर हो जायेगी
सादर शुभकामनाएं

Comment by Dr Ashutosh Mishra on September 21, 2013 at 4:24pm

आपके इस प्रयास पर हार्दिक बधाई ...

कहाँ तक सुनें, कभी तो खत्म हो जाएँ,

नए किस्से नया, उसका हर फ़साना है....आपका ये शेर मुझे पसंद आया सादर बधाई स्वीकारें 

Comment by shalini rastogi on September 20, 2013 at 11:37pm

धन्यवाद जितेन्द्र 'गीत' जी 

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on September 20, 2013 at 11:21pm

कहाँ तक सुनें, कभी तो खत्म हो जाएँ,

नए किस्से नया, उसका हर फ़साना है.

यह शेर बहुत पसंद आया,बढ़िया गजल, बधाई स्वीकारे आदरणीया शालिनी जी

Comment by shalini rastogi on September 20, 2013 at 11:05pm

अरुन शर्मा 'अनन्त' जी .. आगे पोस्ट करने से पहले इन बिन्दुओं पर अवश्य ही विचार करुँगी .. आपके अनमोल सुझाव हेतु धन्यवाद!

Comment by shalini rastogi on September 20, 2013 at 11:04pm

धन्यवाद Parveen Malik  जी :)

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"आदरणीया प्रतिभा जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार.. बहुत बहुत धन्यवाद.. सादर "
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"हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय। "
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"आपका हार्दिक आभार, आदरणीय"
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"आदरणीय दयाराम जी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
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"आदरणीय सौरभ पांडेय सर, बहुत दिनों बाद छंद का प्रयास किया है। आपको यह प्रयास पसंद आया, जानकर खुशी…"
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"आदरणीय आदरणीय चेतन प्रकाशजी मेरे प्रयास को मान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद। हार्दिक आभार। सादर।"
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"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, प्रदत्त चित्र पर बढ़िया प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई। सादर।"
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"आदरणीया प्रतिभा जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करती मार्मिक प्रस्तुति। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
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"आदरणीय दयाराम जी, प्रदत्त चित्र को शाब्दिक करते बहुत बढ़िया छंद हुए हैं। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
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