For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

जीवन की शुरुआत

नये जीवन की शुरुआत करें हम

मृत्यु से ना कभी डरे हम

कर्मभूमि बना धरा को              

स्थापित प्रमाण अपने करें हम

गीता उपदेश को ध्यान रख

समाहित धर्म कर्म को कर

ज्ञान बीज की उपज करें हम

कर्म को पूजा मान के अपनी

चेतना वृक्ष तैयार करें हम

आओ नए जीवन की शुरुआत करें हम

 

आसक्त ना हो भौतिक जगत से

अपने अंतर्मन से ध्यान धरे हम

कौन हूँ मैं, कहा से आया

किस मनसा से जग में आया  

क्या खोया, और क्या कमाया

मूल्यांकन कर इन प्रश्नों का

आत्म ज्योति का ध्यान करें हम

भाग्य लेखा बदल के यारा

महान पुरुषो में नाम करें हम

 

क्या तेरा और क्या मेरा

क्या लाया था जो दुखित हुआ

जो भी पाया यही से पाया

फिर यही छोड़ के जायेगा

बंद मुट्टी से आया था

और हाथ पसारे जायेगा

समर्पण कर स्वयं को प्रभु

श्रद्धा का निर्माण करें हम

तोड़ के जीवनचक्र के बंधन

मोक्ष का द्वार तैयार करें हम

 

हर वक़्त तू होता जग में 

रूप बदल, स्वरूप बदल

पूर्ति कर हर कर्तव्य की अपने

छोड़ पुरातन शरीर को मानव

नव जीवन फिर पायेगा

हर जीवन में धर्म निभा

फिर जन्म से मुक्ति पायेगा

क्या सही है क्या गलत

क्या पुण्य है क्या पाप है

ये सोच व्यर्थ, समय ना

इसमें करें हम

 

मुक्त हो इस जन्म मरण से

दिव्य ज्ञान की खोज करें हम

नाश कर, विनाश कर

इन्द्रिय अपनी विजित करें हम

समर्पित कर हर कर्म अकर्म को

शिव शक्ति का ध्यान करें हम

विराट रूप को बसा के हृदय

प्रेमश्वर का गुणगान करें हम

Views: 400

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on November 8, 2012 at 8:21pm

रचना प्रस्तुति हेतु बधाई, भाई फूल सिंहजी.  इस रचना को आपने धार्मिक ग्रुप में पोस्ट किया होता तो इसकी महत्ता विशिष्ट हो जाती.

सादर


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on November 8, 2012 at 8:21pm

 ब्रह्म बोध के मार्ग पर चलते साधक (मुमुक्षु) के लिए यह मार्ग हर क्षण नया जीवन ही है...इस अभिव्यक्ति के आधार चिंतन हेतु साधुवाद. सादर.

Comment by PHOOL SINGH on November 8, 2012 at 5:57pm

राजेश कुमारी जी प्रणाम.........

आपका हार्दिक अभिनन्दन........

फूल सिंह


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on November 8, 2012 at 4:10pm

बहुत बढ़िया आध्यात्मिक भावों से ओतप्रोत रचना जीवन के सार पर प्रकाश डालती बहुत बहुत बधाई फूल सिंह जी 

Comment by Deepak Sharma Kuluvi on November 8, 2012 at 10:44am

nice one...lage raho munna bhai...

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-186

ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 186 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का मिसरा आज के दौर के…See More
Sunday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181
"  क्या खोया क्या पाया हमने बीता  वर्ष  सहेजा  हमने ! बस इक चहरा खोया हमने चहरा…"
Sunday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181
"सप्रेम वंदेमातरम, आदरणीय  !"
Sunday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

Re'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 174

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
Saturday
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181
"स्वागतम"
Friday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आदरणीय रवि भाईजी, आपके सचेत करने से एक बात् आवश्य हुई, मैं ’किंकर्तव्यविमूढ़’ शब्द के…"
Friday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-181

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
Dec 10
anwar suhail updated their profile
Dec 6
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

न पावन हुए जब मनों के लिए -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

१२२/१२२/१२२/१२****सदा बँट के जग में जमातों में हम रहे खून  लिखते  किताबों में हम।१। * हमें मौत …See More
Dec 5
ajay sharma shared a profile on Facebook
Dec 4
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"शुक्रिया आदरणीय।"
Dec 1
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-128 (विषय मुक्त)
"आदरणीय शेख शहज़ाद उस्मानी जी, पोस्ट पर आने एवं अपने विचारों से मार्ग दर्शन के लिए हार्दिक आभार।"
Nov 30

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service