For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

तीक्ष्ण और पवित्र बुद्धि 

तीक्ष्ण बुद्धि है कारगर, संसारी कांवे-दावे* में
क्षीण हो जाती है यह, सांसारिक भटकाव में |
 
तीक्ष्ण बुद्धि नहीं कारगर, परम पिता को पाने में,
पवित्र बुद्धि ही चाहिए, प्रभु से लगन लगाने में |
 
मात्र पढाई नहीं कारगर, पवित्र बुद्धि को पाने में, 
व्रत-उपवास सत्संग चाहिए, पवित्र बुद्धि को पाने में |
 
वाल्मीकि,तुलसी औ सूर नहीं थे उच्च शिक्षित 
उनकी पवित्र बुद्धि से लिखित,पढ़ते उछ शिक्षित |
 
*कांवे-दावे अर्थात चाले
-लक्ष्मण प्रसाद लडीवाला

Views: 392

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on June 6, 2012 at 4:53pm

 स्नेहिल श्री योगराज प्रभाकरजी,

मैंने तो सदगुरू से सुनी कथा के बनाए नोट के सारतत्व को 
काव्यात्मक  रूप देने का प्रयास भर ही किया है, इससे अगर 
सार्थक सन्देश मिल रहा है, और आप जैसे मनीषी द्वारा  
उत्साह वर्धन करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है | आपका 
बहुत बहुत आभार | 

 


प्रधान संपादक
Comment by योगराज प्रभाकर on June 5, 2012 at 8:02pm

श्री लड़ीवाला जी बहुत सुन्दर और सार्थक सन्देश दे रही हैं आपकी यह द्विपदियाँ, हार्दिक साधुवाद स्वीकार करे.

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on June 5, 2012 at 6:59pm

अलबेला खत्रीजी, राजेश कुमारीजी, और रेखा जोशीजी,और प्रदीप सिंह कुशवाहजी रचना आप जैसे रसिक साहित्यकारों द्वारा पसंद करना रचना की सार्थकता बयां करती है | आप जैसे मनीषियों का मार्गदर्शन करने की मुझ में सामर्थ नहीं है, मैंने तो सदगुरू के मुखारविंद से सुनी कथा के सर तत्व को काव्य रूप देने का प्रयास भर किया है | मेरे उत्साह वर्धन किया, हार्दिक धन्यवाद |


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by rajesh kumari on June 5, 2012 at 5:46pm

लक्ष्मण प्रसाद लडिवाला जी बहुत सुन्दर रचना एक सबक देती हुई 

Comment by Rekha Joshi on June 5, 2012 at 5:33pm

लक्ष्मण जी ,सादर नमस्ते ,

तीक्ष्ण बुद्धि नहीं कारगर, परम पिता को पाने में,
पवित्र बुद्धि ही चाहिए, प्रभु से लगन लगाने में |,बहुत बढ़िया ,बधाई 
Comment by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on June 5, 2012 at 5:29pm

धन्यवाद महोदय जी, बहुमूल्य मार्ग दर्शन हेतु.

Comment by Albela Khatri on June 5, 2012 at 9:32am

आपने  बहुत ख़ूब  उदाहरण दिया है  लक्ष्मण प्रसाद लडीवाला जी...........जिन लोगों को  पढ़ कर हम विद्वान कहते हैं  वे लोग  कभी किसी  डिग्री के लिए कालेज  नहीं गये.  कबीर पर लोग पीएच. डी. करते हैं  लेकिन कबीर  "मसि कागद छुओ नहिं"

आपकी रचना  अनुपम है.........बधाई !

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय मंच संचालक जी , मेरी रचना  में जो गलतियाँ इंगित की गईं थीं उन्हे सुधारने का प्रयास किया…"
4 hours ago
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-178

परम आत्मीय स्वजन,ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 178 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
11 hours ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"   आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, प्रस्तुत छंदों की सराहना हेतु आपका हार्दिक आभार.…"
12 hours ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"   आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सादर, प्रस्तुत रोला छंदों पर उत्साहवर्धन हेतु आपका…"
12 hours ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"    आदरणीय गिरिराज जी सादर, प्रस्तुत छंदों की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार. सादर "
12 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश जी छंदों पर उपस्थिति और प्रशंसा के लिये हार्दिक आभार "
13 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय गिरिराज जी छंदों पर उपस्थित और प्रशंसा के लिए हार्दिक आभार "
13 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अशोक जी छंदों की  प्रशंसा और उत्साहवर्धन के लिये हार्दिक आभार "
13 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"हार्दिक आभार आदरणीय मयंक कुमार जी"
13 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
" छंदों की प्रशंसा के लिये हार्दिक आभार आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी"
13 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"    गाँवों का यह दृश्य, आम है बिलकुल इतना। आज  शहर  बिन भीड़, लगे है सूना…"
13 hours ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ भाईजी,आपकी टिप्पणी और प्रतिक्रिया उत्साह वर्धक है, मेरा प्रयास सफल हुआ। हार्दिक धन्यवाद…"
13 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service