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गुरुओं से संसार है, गुरुवर शब्द विराट |
गुरु को पा के बन गया, चन्द्रगुप्त सम्राट ||

विद्या दो हे विद्यादाता | करूँ नमन नित शीश झुकाता ||
आन पड़ा हूँ शरण तिहारे | घने हुए मन के अँधियारे ||
दुखित ह्रदय नहीं दिखे उजाला | रोके रथ अज्ञान विशाला ||
कुछ न सूझे भरम है भारी | लागे मोहि मत गई मारी ||
दीन-हीन आया हूँ द्वारे | उर में आस की ज्योति धारे ||
ज्ञान मिलेगा यहाँ अपारा | निर्झरणी सम शीतल धारा ||
धार कलम की तेज बनाओ | कृपा करो सन्मार्ग दिखाओ ||
गुरुवर तुम ही हो उपकारी | लिये प्रेम का सागर भारी ||
भरो हमारे अन्दर ज्वाला | तेज लपट ऐसी विकराला ||
रूढ़िवादिता खाक करें हम | दुष्कर्मों का नाश करें हम ||
सिंह सम गरजें भरें हुंकारें | बनें शिवाजी छल को मारें ||
देश पुराने यश को पाए | दुनिया सादर शीश झुकाए ||
ऐसा वज्र बना दो हमको | ये संकल्प करा दो हमको ||
नवाचार की आँधी लाएँ | गुणी आपके शिष्य कहाएँ ||
मिले न कोई मुझ सम दूजा | मेरे कर्मों की हो पूजा ||
झूठ सदा नैनों में खटके | सत्य से कभी नहिं मन भटके ||
लावा ऐसा अन्दर फूटे | अन्यायी के सिर पर टूटे ||
किरपा इतनी चाहूँ तोसे | ज्ञानसागरों, विद्वजनों से ||
सिद्ध करो ये कारज मेरा | आ जाए इक नया सवेरा ||
किया भरोसा तुमपर जानो | विनती मोरी गुरुवर मानो ||

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Comment by कुमार गौरव अजीतेन्दु on September 5, 2012 at 2:20pm
आपका हार्दिक आभार आदरणीया रेखा जी। शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ।
Comment by कुमार गौरव अजीतेन्दु on September 5, 2012 at 2:18pm
आदरणीय रक्ताले सर, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ।
Comment by Rekha Joshi on September 5, 2012 at 12:21pm

गुरुओं से संसार है, गुरुवर शब्द विराट |
गुरु को पा के बन गया, चन्द्रगुप्त सम्राट ||,गुरुओं को समर्पित अति सुंदर दोहा और चौपाइयां बधाई ,

Comment by कुमार गौरव अजीतेन्दु on September 5, 2012 at 8:01am

आदरणीया राजेश कुमारी जी.......आपका बहुत-बहुत धन्यवाद.......शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.........

Comment by कुमार गौरव अजीतेन्दु on September 5, 2012 at 7:59am

स्वागत है आदरणीय संदीप द्विवेदी जी........आपका हार्दिक आभार.......शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ.........

Comment by कुमार गौरव अजीतेन्दु on September 5, 2012 at 7:57am

आपका बहुत-बहुत धन्यवाद मित्रवर संदीप पटेल जी.....शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.........

Comment by कुमार गौरव अजीतेन्दु on September 5, 2012 at 7:54am

आदरणीया प्राची जी.........आपका हार्दिक आभार.........शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ.........

Comment by कुमार गौरव अजीतेन्दु on September 5, 2012 at 7:53am

आपका हार्दिक आभार आदरणीय फूल सिंह जी........


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Comment by rajesh kumari on September 4, 2012 at 5:38pm

अजीतेंदु जी शिक्षक दिवस पर बहुत सम्रद्ध ,उत्कृष्ट चौपाई रची हैं लय प्रवाह ,शब्द चयन सब श्रेष्ठ है हार्दिक बधाई आपको शिक्षक दिवस मुबारक हो 

Comment by संदीप द्विवेदी 'वाहिद काशीवासी' on September 4, 2012 at 12:45pm

गुरु को समर्पित सुन्दर चौपाइयां प्रस्तुत की आपने गौरव जी! आपकी लेखनी से सदैव सार्थक विषयों पर रचनाएँ निकलती रहती हैं जो शिल्प और भाव दोनों ही से समृद्ध होती हैं! बधाई स्वीकार करें!

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"आदरणीय जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
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मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-111 (घर-आँगन)
"मेरे कहे को मान देने के लिए हार्दिक आभार "
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"मेरे कहे को मान देने के लिए आपका आभार।"
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"आशा है अवश्य ही शीर्षक पर विचार करेंगे आदरणीय उस्मानी जी।"
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"गुत्थी आदरणीय मनन जी ही खोल पाएंगे।"
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"धन्यवाद आदरणीय उस्मानी जी, अवश्य प्रयास करूंगा।"
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Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-111 (घर-आँगन)
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