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करेगा इश्क़ जो सच्चा कभी जफ़ा न करे,
अगर हो हाथ में किस्मत कोई दगा न करे।
जुदा हो कर कोई भी रब्त फिर रखा न करे,
उसे कहो मेरे घर का वो रास्ता न करे।
उसूल कुछ तो अदावत में भी ज़रूरी है,
बना के दोस्त कोई फिर दगा किया न करे।
गिला नही है कि बस ज़िंदगी में दर्द मिले,
भले हैं दर्द ही झूठी ख़ुशी मिला न करे।
हमें तो इश्क़ ही ज़ख्मों से हो गया है सनम,
है इल्तिज़ा कि कोई इनकी अब दवा न…
Posted on March 20, 2021 at 5:02pm
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निहाँ दिलों में यहां कितने राज़ गहरे हैं,
कि चश्म-ए-तर पे तबस्सुम के देखो पहरे हैं।
मिलो किसी से अगर फासला ज़रा रखना,
यहां मुखौटे लगाए हज़ार चहरे हैं।
ये इंतिजार हमें है सुने वो ख़ामोशी,
मगर ये इल्म नहीं था वो दिल से बहरे हैंl
ग़ज़ब का हौसला है देख मेरी आंखों का,
कि इनमें आज भी सपने कई सुनहरे है।
तुम्हारी याद जो महफ़िल में दफ़अतन आई,
इसी सबब से मेरे बहते अश्क ठहरे…
ContinuePosted on March 13, 2021 at 11:30am — 7 Comments
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