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Asif zaidi
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Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-55 (विषय: घर संसार)
"   आदरणीय Manan Kumar singh जी बहुत बहुत बधाई बढ़िया भाषा का  प्रदर्शन सादर ।"
Oct 31, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-55 (विषय: घर संसार)
"   आदरणीया KALPANA BHATT ('रौनक़') जी बहुत बहुत बधाई स्वीकार किजिए अच्छी लघुकथा अच्छा विषय सादर।"
Oct 31, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-55 (विषय: घर संसार)
"   मोहतरम Sheikh Shahzad Usmani साहब बहुत ख़ूब मुबारकबाद ने अंदाज़ की बहतर लघुकथा जनाब ।"
Oct 31, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-55 (विषय: घर संसार)
"   आदरणीय TEJ VEER SINGH जी बहुत बहुत बधाई बहुत बढ़िया लघुकथा बहतर विषय सादर ।"
Oct 31, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-55 (विषय: घर संसार)
"   आदरणीय अजय गुप्ता जी बहुत बहुत बधाई बहुत शानदार लघुकथा सबको आमेज़,सादर  "
Oct 31, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-55 (विषय: घर संसार)
"   आदरणीय Ganga Dhar Sharma 'Hindustan' जी प्रथम प्रस्तुति की  बहुत बहुत बधाई सुंदर रचना सादर ।"
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Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-55 (विषय: घर संसार)
" *अनवर साहब घर में घुसते ही बोले। "अरे बेटी'(शाहीन) तुम यहीं हो"? "जी सलीम(दामाद) मुझे लेने नहीं आए' (शाहीन ने कुछ शिकायत भरे अंदाज़ में कहा)"तो क्या हुआ, 'बेटी' मैं छोड़ आता हूं"।शाहीन-"जब तक…"
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Asif zaidi commented on Saurabh Pandey's blog post ग़ज़ल - इन्हीं चुपचाप गलियों में जिये रिश्ते तलाशेंगे // सौरभ
"  आदरणीय सौरभ जी बहुत उम्दा ग़ज़ल बहुत बहुत बधाई सादर"
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Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-112
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Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-112
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Oct 26, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-112
" मोहतरम Amit Kumar "Amit" साहब बहुत बहुत शुक्रिया जनाब ।"
Oct 26, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-112
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Oct 26, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-112
" आदरणीय बासुदेव अग्रवाल 'नमन' जी बहुत मशकूर हूँ सादर ।"
Oct 26, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-112
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Oct 26, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-112
"   मोहतरम अनीस साहब बहुत बहुत मुबारकबाद उम्दा ग़ज़ल के लिए ।"
Oct 25, 2019
Asif zaidi replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-112
"जनाब नादिर ख़ान साहब बहुत बहुत मुबारकबाद उम्दा ग़ज़ल के लिए ।"
Oct 25, 2019

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Gender
Male
City State
Ujjain
Native Place
Ujjain
Profession
Poet

Asif zaidi's Blog

चाँद बता तू कौन हमारा लगता है

चौदहवीं पे कितना प्यारा लगता है।

कितना दिलकश ये नज़्ज़ारा लगता है।।

आँख मिलाए और कभी शर्माए तू।

चांद बता तू कौन हमारा लगता है।।

चांदनी हरदम पास हमारे रहती है।

चांद मगर क्यों हमसे पराया लगता है।।

तुझसे पहले आंखों में यह चुभते हैं।

तुझ पे क्यों तारों का पहरा लगता है।।

उसका अक्स जो पलकों में धर लेते हैं।

क़ैदी सा फिर चांद हमारा लगता है।।

आसिफ़ तुम दरिया बन जाते हो जो कभी।

उसमें तुम्हारा चांद…

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Posted on May 26, 2019 at 12:30am

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