For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Views: 72251

Reply to This

Replies to This Discussion

शायद कल थी ठोकी देशी, तभी बहकते फिरें गणेशी
मेरे परदादा के भाई,  इनको लाज तनिक नहि आई   

तुम सबके पोतों के पोते - काहे इंतना व्याकुल होते
अब जो चुप ना बैठे भाऊ, चाचा से कर दूँगा "ताऊ"  

जय हो, जय हो गांजा घोलें । ’परदादा के भाई’ बोलें ॥
परम पूज्य हैं सदा प्रभाकर । मगन गनेसी बबुआ पाकर ॥

’तुम’ का मतलब समझ न आया । पर ’पोते का पोता’ पाया ॥
चाहे  कोई  रिश्ता  मानो ।  नेह  हृदय  में  बहता  जानो ॥

जो कहना हो पहले तोलो, तोल मोल कर ही कुछ बोलो  
जाने दिल्ली और दोआबा, "बेबी" को भी कहते "बाबा" 

भई मिरासी सुत जो होता, रोता भी तो सुर में रोता
जो छंदों की काया माया, ओबीओ से है सब पाया,

ऐसा  काहे  कहें  गुसाईं । गुड़ही नहीं, भले ही झाईं ॥
लेकिन जीम 'जबेली' आली । योगी खाली करते थाली॥
हा हा हा हा...

भोजपुरिन की बात निराली। खुद तो खाते भर भर थाली
योगी मांगे जभे जलेबी ! बागी सौरभ भएँ फरेबी !

खाने पर क्या साहब ताना । हमने देखे हैं भट नाना ॥
अधध पसेरी चखना करते । तिसपर हाँड़ी चावल धरते ॥
बल्टी बुनिया दही कनस्तर । कढ़ी-फुलौरे छइँटी भर-भर ॥
गिने जलेबी या रसगुल्ला । समझो पाहुन हैं दुमदुल्ला ||
:-))

मैं भी पहुँची पार्टी में लेट, ओ बी ओ का खुला था गेट  

कर रही थी बकरी एक जुगाली, बजा रहे गणेश थे ताली

थी बात बड़ी नाइंसाफी वाली, सभी रखी थीं खाली थाली   

एक और बात बेतुकी हुई, न ही कोई जबेली बची थी मुई 

खाकर चले गये सब यार, तब योगी पहुँचे टपकाते लार

टेबिल के नीचे देख रसगुल्ले, हो गई उनकी वल्ले-वल्ले

एक उठाकर खाली प्लेट, सब रसगुल्ले उसमे लिये समेट 

मैं भी लपकी पर स्लो था नेट, नहीं कर सके वह मेरा वेट

योगी भाई ने छुपकर खाया, पर गणेश को नहीं बताया l

:):)

शन्नोजी आशीष दें, हृदय कहे आभार
बनी रहे शुभकामना, औ’ आपस में प्यार

सादर आभार आदरणीया शन्नोजी..

सौरभ जी के जन्मदिवस की खुशी में मुँह भी मीठा करती चलूँ....मुफ्त की जलेबियाँ रोज तो मिलती नहीं :):):):) 

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"बढ़िया सुझाव ............ सादर "
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"वाह "
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"वाह ...................... बढ़िया सुझाव ..................... सादर "
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"बढ़िया सुझाव .... सादर "
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"बहुत बढ़िया सुझाव  धन्यवाद अमित जी "
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"बहुत बढ़िया सुझाव "
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"आदरणीय नादिर खान जी, बहुत बढ़िया प्रस्तुति ...... हार्दिक बधाई ..... सादर "
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"आदरणीय तिलक राज कपूर सर, आज आपकी ग़ज़ल का लुत्फ़ ले रहा हूँ. विस्तृत चर्चा कल ...... सादर "
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"आदरणीया ऋचा यादव जी, इस शानदार प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई. सादर "
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी, इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई. सादर "
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"आदरणीय जैफ जी, इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई. वरिष्ठ जनों के  सुझाओं पर ध्यानकर्षण निवेदित…"
6 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-169
"आदरणीय दयाराम जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार ... सादर "
6 hours ago

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service