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नादिर ख़ान's Discussions (1,552)

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"आदरणीय एडमिन जी से निवेदन है की ५ वें शेर को इस शेर से बदल दें  मज़ा कुछ और है दिल…"

नादिर ख़ान replied Feb 28, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"बहुत शुक्रिया आदरणीय योगराज सर, हड़बड़ी में गड़बड़ी हो गयी । मै  जल्दी ही सुधार करने की…"

नादिर ख़ान replied Feb 28, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"अजब चलन है के अब यारियाँ नहीं चलतींनफा न हो तो, वफादरियाँ नहीं चलतीं शहर सी, गाँव म…"

नादिर ख़ान replied Feb 28, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"आदरणीय मिथिलेश जी क्या कहने बहुत उम्दा गज़ल कही और काफिये भी खूबसूरत लिए है आपने... ब…"

नादिर ख़ान replied Feb 27, 2015 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-56

666 Mar 1, 2015
Reply by Hari Prakash Dubey

"रात अँधेरे में आये कुछ साये अँधेरा छटा   आखों में तैर गये लाल डोरे फिर घंटों पनियायी…"

नादिर ख़ान replied Feb 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-52

901 Feb 14, 2015
Reply by maharshi tripathi

"किन्तु फिर भी ये सोचकर , इस मुट्ठी को मैं सहलाती रही ।  कि तुम्हें भी ये अनुभूति होग…"

नादिर ख़ान replied Feb 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-52

901 Feb 14, 2015
Reply by maharshi tripathi

"आदरणीय मिथिलेश जी आपकी दोनों प्रस्तुति लाजवाब है । मेरी तरफ से आपकी दोनों उत्तम रचना…"

नादिर ख़ान replied Feb 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-52

901 Feb 14, 2015
Reply by maharshi tripathi

"खिड़कियों के पल्लों में उभर आयी दरारेंअधिक दिखने लगती हैं,क्या उसे मालूम नहीं ?इन पल्…"

नादिर ख़ान replied Feb 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-52

901 Feb 14, 2015
Reply by maharshi tripathi

" हौसला अफजाई का बहुत शुक्रिया अददरणीय मिथिलेश जी, बमुश्किल आधी अधूरी प्रस्तुति ही सं…"

नादिर ख़ान replied Feb 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-52

901 Feb 14, 2015
Reply by maharshi tripathi

"वाह वाह अदरणीय ख़ुर्शीद जी शानदार प्रस्तुति .... बहुत उम्दा गज़ल "

नादिर ख़ान replied Feb 14, 2015 to "ओ बी ओ लाइव महाउत्सव" अंक-52

901 Feb 14, 2015
Reply by maharshi tripathi

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Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
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Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
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