For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

घोषणा :- ओ बी ओ प्रबंधन दल और कार्यकारिणी दल का गठन शीघ्र

प्रिय सदस्यगण !

 

                         बड़े हर्ष के साथ सूचित किया जाता है कि ओ बी ओ परिवार शीघ्र ही एक प्रबंधन दल और कार्यकारिणी दल का गठन करने जा रहा है जो अर्धवार्षिक कालावधि अर्थात १ अक्टूबर - २०११ से ३१ मार्च २०१२ तक के लिए प्रभावी होगा ! १ अप्रैल से ३० सितम्बर २०१२ तक के लिए पुन: नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा ! प्रबंधन दल व कार्यकारिणी के गठन का उद्देश्य ओपन बुक्स ऑनलाइन की कार्यशैली को और कार्यकुशल एवं पारदर्शी बनाना है ताकि हम सभी मिलकर ओ बी ओ एवं साहित्य समृद्धि में और बेहतर तरीके से योगदान कर सकें !

 

                        प्रबंधन दल और कार्यकारिणी का गठन पूरी तरह से मनोनयन के आधार पर किया जायेगा जिसका अधिकार ओपन बुक्स ऑनलाइन के संस्थापक गणेश जी "बागी" और प्रधान संपादक श्री योगराज प्रभाकर जी के पास सुरक्षित होगा, जबकि कार्यकारिणी दल का मनोनयन/गठन प्रबंधन दल की सहमति से हो सकेगा |

 

                                                                                                                                                  आप सबका

                                                                                                                                              गणेश जी "बागी"

                                                                                                                                                   संस्थापक

                                                                                                                                  ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार

Views: 2027

Reply to This

Replies to This Discussion

bahut badhia kadam sir ji

धन्यवाद गुरु जी |

बहुत अच्छा

आभार सतीश मापतपुरी जी |

आद बागी भाई,

साहित्य समृद्धी, सृजन और साहित्य शिक्षण में ओ बी ओ निरंतर नए मील का पत्थर स्थापित करता रहे...

अनंत शुभकामनाएं...

सादर....

बहुत बहुत आभार संजय मिश्रा जी |

साहित्य के क्षेत्र में अग्रणी इस साईट के मुखिया के तरफ से साहित्य श्री में वृद्धि करने हेतु यह एक उचित कदम है | मुझे पूर्ण विश्वास है कि ये पूरा परिवार नित्य नई उच्चाईयां छुवेगा |

आप सभी का यदि सहयोग यूही मिलता रहेगा तो हमारे पास योजनाओं की कोई कमी नहीं, बहुत बहुत आभार आशीष जी |

बहुत हर्ष की सूचना है..ओ बी ओ को मेरी शुभकामनायें !

धन्यवाद शन्नो दीदी,

प्रस्तुत सूचना का क्रियान्वयन बेहतरी का मार्ग प्रशस्त करेगा.

शुभेच्छा .

निश्चित सौरभ भईया, सहमत हूँ आपसे, आभार आपका !

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
1 hour ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
3 hours ago
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
6 hours ago
Ravi Shukla commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश जी सबसे पहले तो इस उम्दा गजल के लिए आपको मैं शेर दर शेरों बधाई देता हूं आदरणीय सौरभ…"
6 hours ago
Ravi Shukla commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post साथ करवाचौथ का त्यौहार करके-लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी बहुत अच्छी गजल आपने कहीं करवा चौथ का दृश्य सरकार करती  इस ग़ज़ल के लिए…"
7 hours ago
Ravi Shukla commented on धर्मेन्द्र कुमार सिंह's blog post देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिले (ग़ज़ल)
"आदरणीय धर्मेंद्र जी बहुत अच्छी गजल आपने कहीं शेर दर शेर मुबारक बात कुबूल करें। सादर"
7 hours ago
Ravi Shukla commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post आदमी क्या आदमी को जानता है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी गजल की प्रस्तुति के लिए बहुत-बहुत बधाई गजल के मकता के संबंध में एक जिज्ञासा…"
7 hours ago
Ravi Shukla commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आदरणीय सौरभ जी अच्छी गजल आपने कही है इसके लिए बहुत-बहुत बधाई सेकंड लास्ट शेर के उला मिसरा की तकती…"
7 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर आपने सर्वोत्तम रचना लिख कर मेरी आकांक्षा…"
22 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे... आँख मिचौली भवन भरे, पढ़ते   खाते    साथ । चुराते…"
23 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"माता - पिता की छाँव में चिन्ता से दूर थेशैतानियों को गाँव में हम ही तो शूर थे।।*लेकिन सजग थे पीर न…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे सखा, रह रह आए याद। करते थे सब काम हम, ओबीओ के बाद।। रे भैया ओबीओ के बाद। वो भी…"
yesterday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service