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आदरणीय डॉ विजय शंकर सर आपके सकारात्मक विचार और सीधा प्रहार सदैव दमदार होते है ... अच्छी प्रस्तुति पर बधाई
आ० विजय सर !
सुन्दर विचार .
उनकीं भी चाहतें हैं ,
बड़ी-बड़ी , गहरी-गहरी , तीव्र वाली,
वो उनकीं पूर्ति में लगे रहते हैं, पूरे मनोयोग से,
इच्छाओं के लिए वे जन-समुदाय को देखतें हैं ,
चाहते हैं ,जन-समुदाय इच्छा पैदा करे,
देश के लिए कुछ करे,
इच्छा - शक्ति विकसित करे ,
देश का कल्याण करे ,
आ. डा० विजय शंकर जी ,
सुंदर रचना के लिए बधाई . Aap hamesh kuch naya sochte hain -likhte hai.
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