For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

सौदा : लघु कथा : हरि प्रकाश दुबे

“आपकी लड़की हमको बहुत पसंद है !”

“ बहुत –बहुत शुक्रिया आप दोनों का !”

“ बस बहन जी, थोडा लेन- देन की बात भी...!”

“हाँ-हाँ  क्यों नहीं, भाई-साहब, बहन जी  बताइये- बताइये ?”

“ अरे आप तो जानती हीं हैं आजकल का चलन, और फिर मेरा लड़का अच्छा खासा सरकारी इंजीनीयर है , कम से कम ४० लाख नकद और एक गाडी तो बनती ही है !”  

“ अरे बस , मैं तो अपनी बिटिया के लिए कुछ ज्यादा ही सोच कर बैठी हूँ !”

“ अरे वाह , कितना .. लड़के के पिता चहकते हुए बोले !”

“ जी, मुझे तो सिर्फ ८० लाख नकद चाहिए, अब देखिये ना इसके पिता भी नहीं हैं, कितनी बड़ी डॉक्टर है , फिर जहां जायेगी अपने परिवार को जिंदगी भर कमा कर देगी , पर हाँ मेरा बुढ़ापा जरूर ठीक से कट जाएगा, और चलिए आप के लिए वो ४० लाख और गाडी का पैसा कम ..पर कम से कम ३० लाख तो मुझे चाहिये ही, अब बताइये सौदा मंजूर हो तो .. ?”

 

    © हरि प्रकाश दुबे

 "मौलिक व अप्रकाशित"

Views: 610

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by savitamishra on April 16, 2015 at 11:03pm

बहुत अच्छी लघुकथा

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on April 16, 2015 at 7:52pm

बहुत सुंदर, आदरणीय हरिप्रकाश जी. काश! ऐसा करारा जबाब ,हर लड़की का पिता देना सीख ले. बधाई प्रस्तुति पर

Comment by Neeraj Neer on April 16, 2015 at 5:44pm

वाह ... करारा जवाब। सुंदर संदेशप्रद लघुकथा के लिए हार्दिक बधाई ॥ 

Comment by Dr. Vijai Shanker on April 16, 2015 at 4:28pm
अच्छी लघु- कथा , बधाई , आदरणीय हरी प्रकाश दुबे जी , सादर।

सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on April 16, 2015 at 4:01pm

लाजवाब करने वाला जवाब मिला है । आदरणीय हरि भाई आपको कथा के लिये दिली बधाइयाँ ।


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on April 16, 2015 at 1:50pm

जैसे को तैसा मिला..

बहुत खूब !

Comment by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव on April 16, 2015 at 12:53pm

आ० हरी प्रकाश जी

आपने  कटाक्ष   बहुत अच्छा किया है i  सादर.

Comment by Shyam Narain Verma on April 16, 2015 at 10:54am
बहुत बढ़िया कहानी , हार्दिक बधाई आपको
Comment by विनय कुमार on April 16, 2015 at 10:36am

आज कल लड़कीवालों को इसी तरह बोलने की जरुरत है । बढ़िया लघुकथा आदरणीय..

Comment by JAWAHAR LAL SINGH on April 16, 2015 at 10:27am

अच्छा सौदा है ...काश ऐसे बोल हमारे समाज से लड़कीवालों के मुख से निकलने लगे....

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहा दसक- गाँठ
"भाई, सुन्दर दोहे रचे आपने ! हाँ, किन्तु कहीं- कहीं व्याकरण की अशुद्धियाँ भी हैं, जैसे: ( 1 ) पहला…"
21 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post दोहा सप्तक
"बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय लक्ष्मण धामी जी "
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post दोहा सप्तक
"आ. भाई सुरेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे हुए हैं । हार्दिक बधाई।"
Sunday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"सादर नमस्कार आदरणीय।  रचनाओं पर आपकी टिप्पणियों की भी प्रतीक्षा है।"
Mar 1
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"आपका हार्दिक आभार आदरणीय उस्मानी जी।नमन।।"
Feb 28
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"आपका हार्दिक आभार आदरणीय तेजवीर सिंह जी।नमन।।"
Feb 28
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"बहुत ही भावपूर्ण रचना। शृद्धा के मेले में अबोध की लीला और वृद्धजन की पीड़ा। मेले में अवसरवादी…"
Feb 28
TEJ VEER SINGH replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"कुंभ मेला - लघुकथा - “दादाजी, मैं थक गया। अब मेरे से नहीं चला जा रहा। थोड़ी देर कहीं बैठ लो।…"
Feb 28
TEJ VEER SINGH replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"आदरणीय मनन कुमार सिंह जी, हार्दिक बधाई । उच्च पद से सेवा निवृत एक वरिष्ठ नागरिक की शेष जिंदगी की…"
Feb 28
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"बढ़िया शीर्षक सहित बढ़िया रचना विषयांतर्गत। हार्दिक बधाई आदरणीय मनन कुमार सिंह जी।…"
Feb 28
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"रचना पटल पर उपस्थिति और विस्तृत समीक्षात्मक मार्गदर्शक टिप्पणी हेतु हार्दिक धन्यवाद आदरणीय तेजवीर…"
Feb 28
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"जिजीविषा गंगाधर बाबू के रिटायर हुए कोई लंबा अरसा नहीं गुजरा था।यही दो -ढाई साल पहले सचिवालय की…"
Feb 28

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service