लघुकथा - क़लम की ताक़त –
देश के मशहूर लेखक श्रीधर को सरकार की ओर से कुछ विशेष लेखन कार्य हेतु निमंत्रण पत्र आया। चूँकि सरकारी मामला था अतः श्रीधर उसकी अवहेलना नहीं कर सके और दरबार में हाज़िर हो गये।
सरकार के प्रधान ने श्रीधर से एकांत में चर्चा की,
"श्रीधर जी, हम चाहते हैं कि देश के समस्त नामचींन समाचार पत्र और पत्रिकाओं में आप हमारे बारे में लिखें। हमारी उपलब्धियों का बखान करें"।
"सर जी, यह तो बहुत मामूली कार्य है। इसे तो कोई भी ऐरा गैरा नत्थू खैरा पत्रकार कर…
ContinueAdded by TEJ VEER SINGH on October 26, 2017 at 12:00pm — 17 Comments
Added by TEJ VEER SINGH on October 8, 2017 at 12:02pm — 10 Comments
लघुकथा - ज़िद - -
गाँव के सरपंच बंशीलाल के बेटे शुभम की शादी शहर में रहने वाले परिवार की लड़की सुजाता से हुई।
सुजाता ने गाँव में पहली बार में कुछ परेशानियों का सामना किया तो गौने पर विदा कराने गये शुभम और उसके साथियों को बैरंग लौटा दिया। कहला दिया कि जब तक घर में शौचालय की व्यवस्था नहीं होगी, वह गांव नहीं आयेगी। शुभम भी गुस्से में धमकी देकर चला आया कि अब वह कभी भी उसे लेने नहीं आयेगा।
लेकिन धीरे धीरे सरपंच जी को अपनी भूल का अहसास हुआ और सामाजिक दबाव के देखते हुए शौचालय…
ContinueAdded by TEJ VEER SINGH on October 2, 2017 at 8:02pm — 10 Comments
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