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तो क्या यही हश्र धोनी और सचिन का भी होने वाला हैं ?

हम वर्ल्ड कप जीत गए वो भी 28 साल बाद, आज के हीरो धोनी, सचिन, सहवाग, गंभीर, रैना इत्यादि, हम ख़ुशी मना रहे हैं मनाना भी चाहिए मगर उनका क्या करे जो इस ख़ुशी को बढाने की जगह कम कर रहे हैं, 1983 के हीरो कपिल देव आजतक पर हाजिर थे, लेकिन हमारा खेल संघ को उनमे वो हीरो दिखाई नहीं दिया और उनको झूठ में भी मुंबई नहीं बुलाया गया |

तो क्या 10 -20 साल बाद यही हश्र धोनी और सचिन का भी होने वाला हैं ? वाह रे हिंदुस्तान भूलने में तेरा कोई सानी नहीं |

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BCCI kapil ji se kewal is baat se chidh gya ki unhone ICL shuru kar diya. lekin iska fayda to BCCI ko hi hua, usne usi tarj pe superhit IPL shuru kr diya. aur aaj 1983 ke hero ko hi bhula diya.
क्रिकेट में जबतक राजनितिक दखलंदाजी चलता रहेगा तब तक पुरुस्कृत और तिरस्कृत का खेल बदस्तूर जारी रहेगा |

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