For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

       

   

 

God Idols, The Metal World, Ekdant Ganesha

अद्वित्तीय देव गणेश 

जय गणेश देवा तेरी अद्भुत कहानी 

दाये बाए रिद्धि सिद्धि दो दो रानी 

कोई नहीं है देवलोक में तेरा सनी 

कहाता अजर अमर ब्रह्मचारी ज्ञानी 

गजानंद हो गणनायक गणराज 

आगमन कर सकल सिधारे काज 

निर्धन की सदा ही रखते हो लाज 

जय जय जय गणपति गजराज |

स्पष्टीकरण - जो पुरुष अमावस चौदस पूर्णिमा व्यतिपात योग पूर्वजों के श्राद्ध के दिवस 

रविवार मंगलवार शनिवार ऋतुकाल के आरंभिक ४ दिवस का त्याग करके मात्र ऋतुकाल 

के १६ रात्रियों में ही स्त्री संसर्ग करता है और ऋतुकाल की पांचवीं और सातवीं रात्रि का भी 

संसर्ग में त्याग कर देता है तथा ऋतुकाल व्यतीत हो जाने पर स्त्री संसर्ग का त्याग करता है, 

स्मृति में ऐसे पुरुष को ब्रम्हचारी ही कहा गया है. इसी कारण गणेश जी के २ पत्नियां ऋद्धि 

और सिद्धि होने के बाद भी उन्हें ब्रम्हचारी ही कहा जाता है |

लक्ष्मण प्रसाद लडीवाला

Views: 1160

Replies to This Discussion

जय जय जय गणपति गजराज ,

पूर्ण करो हम सब के काज ,ओम गणपतये नम 

श्री गणकऋषिजी ने "ओँम गँ गणपत्येय नमः "मँत्र रचना करी है ।
श्री गणकऋषिजी की गणेशवि्धा के विज्ञान मुताबिक..........
"गँ".....बीजमँत्र है ।
जिस तरह एक छोटे से बीज मेँ ही एक पेड-पौधा,फल-फूल,रँग-रुप-सुगँध है,
वैसे ही यह "बीजमँत्र" मेँ श्री गणेशजी परब्रह्मरुप पकट है ।

श्री गणकऋषिजी ने "ओँम गँ गणपत्येय नमः "मँत्र रचना करी है ।
श्री गणकऋषिजी की गणेशवि्धा के विज्ञान मुताबिक..........
"गँ".....बीजमँत्र है ।
जिस तरह एक छोटे से बीज मेँ ही एक पेड-पौधा,फल-फूल,रँग-रुप-सुगँध है,
वैसे ही यह "बीजमँत्र" मेँ श्री गणेशजी परब्रह्मरुप पकट है ।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Admin posted a discussion

"ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-121

आदरणीय साथियो,सादर नमन।."ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-121 में आप सभी का हार्दिक स्वागत है।"ओबीओ…See More
22 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय मंच संचालक जी , मेरी रचना  में जो गलतियाँ इंगित की गईं थीं उन्हे सुधारने का प्रयास किया…"
Monday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-178

परम आत्मीय स्वजन,ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 178 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"   आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, प्रस्तुत छंदों की सराहना हेतु आपका हार्दिक आभार.…"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"   आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी सादर, प्रस्तुत रोला छंदों पर उत्साहवर्धन हेतु आपका…"
Sunday
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"    आदरणीय गिरिराज जी सादर, प्रस्तुत छंदों की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार. सादर "
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश जी छंदों पर उपस्थिति और प्रशंसा के लिये हार्दिक आभार "
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय गिरिराज जी छंदों पर उपस्थित और प्रशंसा के लिए हार्दिक आभार "
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अशोक जी छंदों की  प्रशंसा और उत्साहवर्धन के लिये हार्दिक आभार "
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"हार्दिक आभार आदरणीय मयंक कुमार जी"
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
" छंदों की प्रशंसा के लिये हार्दिक आभार आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी जी"
Sunday
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 166 in the group चित्र से काव्य तक
"    गाँवों का यह दृश्य, आम है बिलकुल इतना। आज  शहर  बिन भीड़, लगे है सूना…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service