For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

टीम अन्ना अपने अनके विसंगतियों से जूझ रही है. कोई भी संस्थान जो सामाजिक मुद्दे पर आन्दोलन को जन्म देती है, वह इन जैसी विसंगतियों से जूझती ही है. यदि कोई संस्था इन विसंगतियों से जूझ कर आगे बढ़ जाती है तब वह और ज्यादा मजबूत होकर ही निकलती है. यदि कोई संस्था सामाजिक बुराईयों के खिलाफ अपने आन्दोलन के धार को लगातार बनाये रखना चाहती है तो निःसंदेह उस आन्दोलन का रूख राजनैतिक रूप धारण कर लेता है. क्योंकि हरेक बुराईयों का कारण राजनैतिक होता है, जो शिखर से ही निकलता है. भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने जैसे काॅमन मुद्दे पर आन्दोलन करने वाली टीम अन्ना भी जब आपने आन्दोलन की आग को निरन्तर जलाये रखना चाहती है तब यह भी कहीं न कहीं से राज्य सत्ता के विरूद्ध ही लड़ेगी. चाहे हिसार का मामला ही क्यों न हो. टीम अन्ना के नेतृत्वकारी टीमों की यह खुशकिस्मती कहा जाय कि आज उनके टीम में वैसे लोगों की भरमार है जो अपनी पूरी जिन्दगी इन बुराईयों से लड़ने में बीता दिया है. जिन्होंने किसी ने किसी रूप में विभिन्न आन्दोलनों से उभर कर सामने आये हैं. इसलिए इन लोगों को डिगा पाना खासकर डरा पाना किसी के भी बूते से बाहर की बात है. हाँ उनपर राजनैतिक हमले, शारीरिक हमले, नैतिक हमले होगें ही, इससे इन लोगों को लड़ना ही होगा. आये दिन टीम अन्ना के ध्वस्त होने की खबरें आने लगी है, यह भी इन हमलों से ही प्रेरित हो सकता है. हो सकता है कि यह टीम टूट और बिखर जाये परन्तु उनमें शामिल लोग पुनः किसी न किसी रूप में सत्ता के सामने चुनौती के रूप में खड़े ही दिखेंगे. क्योंकि आन्दोलन से निकले लोग आग से तप कर निकले वे लोग होते हैं जो हमेशा अपने राख से जी उठने की क्षमता भरपूर होते हैं.

Views: 409

Reply to This

Replies to This Discussion

सकारात्मक विवेचना पर हार्दिक बधाई.

एक मसल है कि समस्या यदि चूहे के बल लगाती हुई आती है तो निराकरण हेतु विरुद्ध-बल भी चूहे का ही होना चाहिये. यदि समस्या हाथी का बल लिये आती है तो निराकरण हेतु लगा बल भी हाथी के बल के बराबर होना चाहिये.  इस मसल की इस अंतर्निहित बात को उक्त टीम जितनी जल्दी समझ जाये उतनी ही संयत रहेगी. अन्यथा उस टीम का बिखरना या भटक जाना आश्चर्यजनक नहीं होगा.

 

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 162 in the group चित्र से काव्य तक
"मनहरण घनाक्षरी _____ निवृत सेवा से हुए अब निराली नौकरी,बाऊजी को चैन से न बैठने दें पोतियाँ माँगतीं…"
48 minutes ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 162 in the group चित्र से काव्य तक
"मनहरण घनाक्षरी * दादा जी  के संग  तो उमंग  और   खुशियाँ  हैं, किस्से…"
11 hours ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 162 in the group चित्र से काव्य तक
"मनहरण घनाक्षरी छंद ++++++++++++++++++   देवों की है कर्म भूमि, भारत है धर्म भूमि, शिक्षा अपनी…"
23 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . विविध
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post रोला छंद. . . .
"आदरणीय जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया ....
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी ।"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . कागज
"आदरणीय जी सृजन पर आपके मार्गदर्शन का दिल से आभार । सर आपसे अनुरोध है कि जिन भरती शब्दों का आपने…"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .यथार्थ
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सृजन के भावों को मान देने एवं समीक्षा का दिल से आभार । मार्गदर्शन का दिल से…"
Tuesday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .यथार्थ
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
Tuesday
Admin posted discussions
Monday
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया ....
"बंधुवर सुशील सरना, नमस्कार! 'श्याम' के दोहराव से बचा सकता था, शेष कहूँ तो भाव-प्रकाशन की…"
Monday
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . कागज
"बंधुवर, नमस्कार ! क्षमा करें, आप ओ बी ओ पर वरिष्ठ रचनाकार हैं, किंतु मेरी व्यक्तिगत रूप से आपसे…"
Monday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service