आदरणीय शैलेन्द्र सिंह "मृदु" जी जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. आपका ये चमत्कृत व्यक्तित्व हमेशा सूर्य की आभा लेकर साहित्य जगत में एक उदीयमान रूप लेकर निखरे.
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
CA (Dr.)SHAILENDRA SINGH 'MRIDU''s Comments
Comment Wall (12 comments)
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online
सदस्य कार्यकारिणीमिथिलेश वामनकर said…
ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार की ओर से आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें!
बहुत खूब ....आपकी वीर रस की कवितायें बेहद सराहनीय हैं
Thank u mridu ji
मृदु जी जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं.
आदरणीय शैलेन्द्र सिंह "मृदु" जी जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. आपका ये चमत्कृत व्यक्तित्व हमेशा सूर्य की आभा लेकर साहित्य जगत में एक उदीयमान रूप लेकर निखरे.
इस मंगलकारी दिवस की आपको सहस्त्र बधाइयाँ
मुख्य प्रबंधकEr. Ganesh Jee "Bagi" said…
बहुत बहुत आभार शैलेन्द्र मृदु जी |
धन्य बाद मृदु जी । दोस्त तो वहुत मुश्किल से मिलते है
aadarniya mridu ji, sadar abhivadan
thanks.
भाई शैलेंदर जी मै आपका आभारी हूँ जो आपने मेरी भावनाओ की फर्क और पात्रता के माध्यम से कद्र की ।
खुश हूँ उसकी ख़ुशी से कि खुश वो रहे
प्यारी सी प्रस्तुति.........प्रेम सी भरी हुई...बधाई
मृदु जी, नमस्कार ,
आभारी..हु,.....धन्यवाद्..उत्साह बढ़ने के लिए...
Welcome to
Open Books Online
Sign Up
or Sign In
कृपया ध्यान दे...
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
6-Download OBO Android App Here
हिन्दी टाइप
देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...
साधन - 1
साधन - 2
Latest Blogs
दोहा त्रयी .....वेदना
दोहा पंचक. . . प्रेम
समय के दोहे -लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
दोहा पंचक. . . . . असली - नकली
लौट रहे घन
दोहा पंचक. . . . .बारिश का कह्र
दोहा त्रयी .....रंग
दोहा पंचक. . . . विविध
कौन हुआ आजाद-(दोहा गीत)
दोहा पंचक. . . . .परिवार
बाबू जी (दोहे)
उनका दिल भी कभी क्यों पिघलता नहीं
दिल चुरा लिया
दोहे : बैठ एक की आस में, कब तक रहें उदास
बेदर्द लोग
बस बहुत हुआ, अब जाने दो
दोहा पंचक. . . . ख्वाब
रहता है जो हर पत्थर में
दोहा सप्तक. . . . . मोबाइल
विरह के दोहे
Latest Activity
दोहा पंचक. . . . .बारिश का कह्र
दोहा पंचक. . . . . असली - नकली
दोहा त्रयी .....वेदना
दिल चुरा लिया
समय के दोहे -लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
सदस्य कार्यकारिणीमिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-113
सदस्य कार्यकारिणीमिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-113
सदस्य कार्यकारिणीमिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-113