ग़ज़ल
आ जाओ हमारी बांहों में, कुछ प्यार मोहब्बत हो जाये |
ये प्यार इबादत होता है, आओ ये इबादत हो जाये ||
दुनिया से भला क्या घबराना, जलता है कोई तो जलने दो.
आ जाओ मिला लें दिल से दिल, दुनिया से बगावत हो जाये ||
सम्भोग शब्द का मतलब है- एक सुख से हम-तुम जुड़ जाएँ,
ये समझ सके इन्सान अगर, हर दुःख से सलामत हो जाये ||
हमको - तुमको मिलकर धारा बनकर सागर से मिलना है,
दुनिया अपनी आगोश में हो, है गर ये क़यामत हो जाये ||
सुख की खातिर हमने अब तक बेचा सब कुछ पर सुख न मिला,
अब प्यार के मोती के बदले में प्यार, तिजारत हो जाये ||
बांधो न हमें अब बंधन में, बहने दो प्यार के सागर को,
ये प्यार हमारा धड़कन बन, हर दिल में अमानत हो जाये ||
रचनाकार - अभय दीपराज
Comment
सम्भोग शब्द का मतलब है, एक सुख से हम-तुम जुड़ जाएँ,
ये समझ सके इन्सान अगर, हर दुःख से सलामत हो जाये ||
कमाल की बात कही आपने ... बधाई
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