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आज मसले खत्म सारे हो गए

आज मसले खत्म सारे हो गए 
हम तुम्हारे तुम हमारे हो गए (1)
दोस्ती पे नाज़ था जिनकी हमें 
लो वही दुश्मन हमारे हो गए (2)
 
मुझको तनहा छोड़कर मझधार में 
धीरे धीरे सब किनारे हो गए  (3)
 
ले लिया जबसे  सहारा आपने मुझसे मेरा  
लग रहा हम बे-सहारे हो गए  (4)  
था यकीं इतना उन्हें मेरी वफ़ा पे   
मेरी नज़रें हीं अजय उनके इशारे हो गए  (5)

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Comment by वीनस केसरी on December 15, 2012 at 2:37am

शानदार !!!

Comment by Dr.Ajay Khare on December 14, 2012 at 11:32am

मेरी नज़रें हीं अजय उनके इशारे हो गए  (5) line laga meri bhi he bahut badia badhai

Comment by अरुन 'अनन्त' on December 14, 2012 at 11:28am
आज मसले खत्म सारे हो गए 

हम तुम्हारे तुम हमारे हो गए वाह क्या खूब अंदाज है बहुत ही बढ़िया सर बधाई

Comment by SUMAN MISHRA on December 14, 2012 at 11:24am

sunder kavita

Comment by SUMAN MISHRA on December 14, 2012 at 11:19am

kaheen na kaheen to ant hona hi tha

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