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यह कैसी आज़ादी है ???

यह कैसी आज़ादी है , यह कैसी आज़ादी है ?
भ्रष्टाचार और मंहगाई ने सबकी नींद उड़ा दी है ?
कुछ लोग हुए आबाद ,भूखों मरती आबादी है !
यह कैसी आज़ादी है , यह कैसी आज़ादी है ?
संविधान के बाहर जाकर औकात दिखादी है !
संविधान के मूल्यों की बलि आज चढ़ा दी है !
देश का पैसा विदेशों में, हो रही बर्बादी है !

गाँधी -नेहरु के सपनों में किसने आग लगा दी है ?
यह कैसी आज़ादी है , यह कैसी आज़ादी है ?

 

 

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Comment by Naval Kishor Soni on August 20, 2012 at 12:26pm

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