रोती रोटी क्यों रो रही ,कर लो बात ,
रोटी रोटी क्यों हो रही ,कर लो बात;'
तरकारी के भाव चले विन्ध्याचल को
तन्हा रोटी यों रो रही ,कर लो बात .
धान ज्वारी मक्का बासमती पेटेंट ;
नयनन जल रोटी ले रो रही कर लो बात.
भूखे को तो चंदा में रोटी दीखे;
चंदा रोटी एक हो रही ? कर लो बात .
रात को खा के सोए सुबह पेट ;
रोटी रोटी देख हो रही कर लो बात .
तीरों तलवारों से न टूटे छल बल से ;
टूटे भूखे पेट वो सही ;कर लो बात
दीप जीरवी
deepzirvi
9815524600
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