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हर पल एक जंग के जैसी होती है ज़िन्दगी
कभी रंगीन तो कभी बेरंग होती हे ज़िन्दगी
कभी मामूली तो कभी संगीन होती है ज़िन्दगी 
कभी ग़मगीन तो कभी खुशियों में लीन होती है ज़िन्दगी 

लेकिन यहाँ कुछ अलग ही हिसाब है
खुदा जनाब हमसे इतने नाराज़ है
कहतें है ज़िन्दगी में खुदा हर वक़्त हमारा इम्तिहान लेता है
लेकिन हमारी ज़िन्दगी में खुदा इतने इम्तिहान लेता है

न कोई पर्चे न कोई घडी का हिसाब रहता है
न कोई पाठ्यक्रम, न कोई किताब देता है
बस चुनोतियों के सवाल देता है
लिखने को इनपे हमारे जवाब  देता है

लेकिन अब हमने भी कमर अपनी कस ली है
अब खुदा से जंग सी लड़ ली है
वो चाहे हमें कितना ही तडपा ले 
हम उसे भी यह दिखला देंगे 
हर इम्तिहानों को हरा देंगे
हर नहीं मानेंगे खुद के भी सामने 
छोड़ेंगे नहीं करना अपना काम चाहे खुदा हमें पुकार लें ||

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Comment by Abhinav Arun on April 4, 2012 at 2:14pm
न कोई पर्चे न कोई घडी का हिसाब रहता है
न कोई पाठ्यक्रम, न कोई किताब देता है
बस चुनोतियों के सवाल देता है
लिखने को इनपे हमारे जवाब  देता है
rohit is sarthak sashtkt rachna hetu hardik badhai !!
Comment by PRADEEP KUMAR SINGH KUSHWAHA on April 4, 2012 at 1:32pm

लेकिन अब हमने भी कमर अपनी कस ली है

अब खुदा से जंग सी लड़ ली है
वो चाहे हमें कितना ही तडपा ले 
हम उसे भी यह दिखला देंगे 
हर इम्तिहानों को हरा देंगे
हर नहीं मानेंगे खुद के भी सामने 
छोड़ेंगे नहीं करना अपना काम चाहे खुदा हमें पुकार लें ||
vah, kya sankalp hai, badhai.

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