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          टीवी देखते देखते अचानक राम लाल बड़ी तेज़ी से फोन की ओर लपका, घर से दूर बड़े शहर मे पढ़ रही बिटिया से बात कर कुछ संयत हुआ, फिर दोनो आँखें बंद कर बुदबुदाया ……
"हे !  प्रभु आपका लाख-लाख शुक्र है बिटिया सकुशल है" 
                   टीवी पर अभी भी एक महिला फोटोग्राफर के साथ हुए सामूहिक बलात्कार पर विश्लेषण जारी था |

(मौलिक व अप्रकाशित)

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Comment by MAHIMA SHREE on September 6, 2013 at 10:18pm

सच्चाई को बहुत ही सुंदर ढंग से पेश किया आपने ..ऐसी स्थिति का सामना आज मेट्रो सिटी में काम करने और पढने वाली हर लड़की के परिवारवाले कर रहे है .....बधाई आपको   कभी कभी तो बस वापस आ जाओ ..दिल्ली रहने लायक नहीं है सुनना पड़ता है ...


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 6, 2013 at 10:10pm

आपके कहे से सहमत हूँ आदरणीया आनपूर्णा जी, लघुकथा पर उत्साहवर्धन करती टिप्पणी हेतु बहुत बहुत आभार | 

Comment by SANDEEP KUMAR PATEL on September 6, 2013 at 5:52pm

बहुत ही समसामयिक लघु कथा आदरणीय सर जी '''सादर बधाई स्वीकारें ...............

Comment by annapurna bajpai on September 6, 2013 at 3:56pm

आदरणीय बागी जी , इस समय चल रही ज्वलंत समस्या का अत्यंत लघु रूप मे बढ़िया चित्रण , आज ये डर हर माँ बाप को सताता है जिसकी बेटी घर से बाहर होती है और जब तक सही सलामत वह लौट नहीं आती ।  आपको बहुत बधाई ।


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 6, 2013 at 3:05pm

प्रिय अनुज अरुन शर्मा जी, आप लघुकथा  आत्मा तक पहुंचे यही इस कृति की सफलता है बहुत बहुत आभार । 


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 6, 2013 at 3:03pm

बहुत बहुत आभार आदरणीया गीतिका वेदिका जी । 


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 6, 2013 at 3:01pm

सराहना हेतु बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय रविकर जी | 


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 6, 2013 at 3:00pm

आदरणीय गिरिराज भंडारी जी, आपकी टिप्पणी और भी बेहतर लेखन हेतु प्रोत्साहित करती है, बहुत बहुत आभार |


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 6, 2013 at 2:59pm

सराहना हेतु बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीया शुभ्रा शर्मा जी । 


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on September 6, 2013 at 2:58pm

उत्साहवर्धन करती टिप्पणी हेतु बहुत बहुत आभार प्रिय अमन कुमार जी |

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