For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

नहीं रहे भारत के रत्न पंडित भीमसेन जोशी

नहीं रहे भारत के रत्न पंडित भीमसेन जोशी:-
 
देश के महान शास्त्रीय गायक और भारत रत्न से सम्मानित पंडित भीमसेन जोशी का सोमवार सुबह पुणे के एक अस्पातल में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे।
पं. जोशी के निधन की खबर जैसे ही फैली लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले पं. जोशी की आवाज अब हमेशा के लिए खामोश हो गई है। जोशी पिछले दो साल से बीमार थे। जोशी ख्याल गायकी और भजन के लिए काफी मशहूर थे। जोशी का जन्म वर्ष 1922 में कर्नाटक में हुआ था।
देश का कोई भी ऐसा सम्मान नहीं है जिससे उन्हें नहीं नवाजा गया था। पिछले दिनों उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया।

Views: 757

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by वीनस केसरी on January 28, 2011 at 2:04am
सुर सम्राट को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि !!
Comment by Lata R.Ojha on January 26, 2011 at 7:48pm
पंडित भीमसेन जोशी जी की आवाज़ सदा उनकी याद दिलाती रहेगी ..आज भी और आने वाली कई पीढीयों को..
मेरा सादर नमन और श्रद्धा सुमन अर्पित उनको .
Comment by Abhinav Arun on January 26, 2011 at 6:51pm
सुरों के साधक को विनम्र श्रद्धांजलि !!!
Comment by विवेक मिश्र on January 24, 2011 at 11:20pm
"मिले सुर मेरा तुम्हारा.." इस गीत की शुरुआत में आदरणीय पंडित जी की आवाज़ आज भी एक नयी ताजगी देती है. निश्चित रूप से उनके निधन से भारतीय शास्त्रीय संगीत को एक अभूतपूर्व क्षति हुई है. गुरुदेव के चरणों में मेरी तरफ से भी श्रद्धा के कुछ फूल.
Comment by Purushottam Gupta on January 24, 2011 at 7:22pm
परम आदरणीय पंडित भीम सैन जोशी जी को गुप्ता परिवार की ओर से शत शत प्रणाम
पुरुषोत्तम गुप्ता , टोरोंटो , कनाडा.
Comment by Anjana Dayal de Prewitt on January 24, 2011 at 7:07pm
मेरी तरफ से सादर श्रधांजलि. वो भले ही चले गये पर अपने संगीत के द्वारा हमेशा के लिए अमर हो गये. 
Comment by arvind pathak on January 24, 2011 at 5:08pm

AadarNeeya Sen ji ko meri shraDdhaanjali......Hamse bichhuDkar Eshwar se milan hua unka.....

Naman is Aatma ko...

Comment by Deepak Sharma Kuluvi on January 24, 2011 at 2:22pm

आदरणीय भीम सेन  जोशी जी ने निधन पर हमारा  कुल्लुवी परिवार (OBO ) के साथ  श्रद्धा सुमन अर्पित करता है I

दीपक कुल्लुवी

 

Comment by Ratnesh Raman Pathak on January 24, 2011 at 1:25pm
देश ने अपना एक बहुमूल्य धरोहर खो दिय|
मेरी तरफ से भावभीनी श्रधांजलि तथा शत-शत नमन है
Comment by Tilak Raj Kapoor on January 24, 2011 at 11:49am

भारत के जन जन के हृदय में 'मिले सुर मेरा तुम्‍हारा' के माध्‍यम से वे हमेशा वास करते रहेंगे।

जीवन ने कहीं तो थमना होता है, थम गया, लेकिन अमिट छाप छोड़ गया।

हृदय से सादर श्रद्धांजलि। ईश्‍वर पंडित भीमसेन जोशी को अपनी ज्‍योति में समाहित करे।

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर आपने सर्वोत्तम रचना लिख कर मेरी आकांक्षा…"
59 minutes ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे... आँख मिचौली भवन भरे, पढ़ते   खाते    साथ । चुराते…"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"माता - पिता की छाँव में चिन्ता से दूर थेशैतानियों को गाँव में हम ही तो शूर थे।।*लेकिन सजग थे पीर न…"
4 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे सखा, रह रह आए याद। करते थे सब काम हम, ओबीओ के बाद।। रे भैया ओबीओ के बाद। वो भी…"
7 hours ago
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"स्वागतम"
19 hours ago
धर्मेन्द्र कुमार सिंह posted a blog post

देवता चिल्लाने लगे हैं (कविता)

पहले देवता फुसफुसाते थेउनके अस्पष्ट स्वर कानों में नहीं, आत्मा में गूँजते थेवहाँ से रिसकर कभी…See More
21 hours ago
धर्मेन्द्र कुमार सिंह commented on धर्मेन्द्र कुमार सिंह's blog post देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिले (ग़ज़ल)
"बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय,  मिथिलेश वामनकर जी एवं आदरणीय  लक्ष्मण धामी…"
22 hours ago
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-185

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 185 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
Wednesday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
Wednesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, प्रस्तुति पर आपसे मिली शुभकामनाओं के लिए हार्दिक धन्यवाद ..  सादर"
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

आदमी क्या आदमी को जानता है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२२ कर तरक्की जो सभा में बोलता है बाँध पाँवो को वही छिप रोकता है।। * देवता जिस को…See More
Tuesday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
Monday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service