For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

मोती बीए: भोजपुरी कवि (1919-2009)




मोती बीए: भोजपुरी कवि (1919-2009)
===================================
 
मोती बीए का जन्म 1  अगस्त 1919  को   गांव    तेलियाँ कला , बरेजी ,बरहज , जिला देवरिया (उ. प्र.)  हुआ था.  मोती बीए 60 से अधिक  हिन्दी तथा   भोजपुरी फिल्मों के लिए गीत लिखे . और बहुत कम लोग जानते हैं कि उनका  मूल नाम मोती लाल उपाध्याय  था. वह 1938 में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से  बीए   की डिग्री  प्राप्त करने के बाद 1941   में स्नातकोत्तर  डिग्री प्राप्त  किया. उन्होंने यह भी बीटी और साहित्य रत्न डिग्री हासिल कर ली. अपने कैरियर में शुरुआती दिनों के दौरान, वह " आज"    "आर्यावर्त"  और "संसार" जैसे  समाचार पत्रों  के लिए लिखते रहे . उन्होंने   हिंदी फिल्मों के लिए गाने  लिखे  जिसमे "साजन"  (1947) और "नादिया के पार "(1948)   बहुत ही  लोकप्रिय हुए   थे.   उनके लेख और कविताओं  को " आज "दैनिक  के  मुख्य पृष्ठ पर प्रकाशित किया जाता  था . उन्हें  भोजपुरी सम्मान साहित्य अकादमी द्वारा अगस्त 2002 में सम्मानित किया गया.
श्री मोती बीए  द्वारा  लिखित और
प्रकाशित   एक दर्जन से अधिक पुस्तकें  भोजपुरी साहित्य की अमूल्य धरोहर हैं.




उन्होंने भोजपुरी भाषा  को अपने लय दार  गाने और भावुक कविताओं से  मिला कर एक नयी पहचान दी.  उनकी उपलब्धियों  आर्थिक रूप से भूखे भोजपुरी क्षेत्रों   के नई पीढ़ी के  युवाओं के लिए , जो बिना पतवार  के हालांकि बहुत प्रतिभाशाली हैं,   एक प्रेरणा  श्रोत है.
 
भारत  सरकार ने  भोजपुरी भाषा को महत्व / मान्यता देने  का कार्य  प्रारंभ
मोती बीए   के कारण ही शुरू  किया . साहित्य अकादमी, नई दिल्ली  ने प्रथम भोजपुरी सम्मान करने के लिए  अनुभवी भोजपुरी (फिल्म) गाने और कविताएं लेखक श्री मोती, बीए  के नाम की घोषणा की .  अकादमी 300 लाखों भोजपुरी  भाषी और इस दुनिया के कोने में फैले हुए  भोजपुरी भाषियों की भावनाओं को सम्मानित किया गया है. सम्मान में 40,000 रुपये का नकद  और एक  शाल प्रदान की जाती है . स्क्रॉल करें,   भारत के राष्ट्रपति  ने  अगस्त  २००२ में   श्री मोती, बीए  को  सम्मानित किया गया. वास्तव में यह   एक महान उपलब्धि है.
श्री मोती, बीए के बारे में कुछ महान व्यक्तियों  के विचार; 

मुझे इस बात का दुख है कि आपको जैसा सम्मान मिलना चाहिए, वैसा नहीं मिला। पर इससे हताश होने की कोई जरूरत नहीं। "कालोह्म निरवधिर्विपुल च पृथ्वी।" - डॉ हजारी प्रसाद द्विवेदी

आप सरल शैली के मास्टर हैं। इस शैली ने और कुछ भी दिया हो या न, आपको सरल बना दिया है। सरलता बड़ी साधना की देन है। आपको सन्तुष्ट होना चाहिए। -डॉ हरिवंश राय बच्चन

श्री मोती बीए के सेमर के फ़ूल में भोजपुरी क्षेत्र के वरनन एतना सटीक भ इ ल बा ज इ से केमरा में फोटो खींचल होखे।- डॉ विजय नारायण सिंह






वह पिछले 8 सालों से  उनका  स्वास्थ्य  ठीक नहीं चल रहा था .  18 जनवरी 2009 की सुबह उनका निधन हो गया. वह पुरानी भोजपुरी फिल्म नादिया के पार (सचिन और   साधना  सिंह वाला  नहीं लेकिन पुराने किशोर साहू द्वारा निर्देशित  फिल्म ) के गीत लिखे. अपने लोकप्रिय प्रकाशनों में से कुछ  महुवा बारी,   समर के फूल , तुलसी रसायन ,  बादालिका, लाचारी , मेघदूत (भोजपुरी)  आदि  बहुत ही  खूबसूरत हैं.
मोती बीए की रचनाएं
शेक्सपीयर के सानेट का हिन्दी पद्यानुवाद
काव्य रूपक - "कवि - भावना - मानव"
स्फूट रचना संग्रह - "प्रतिबिम्बिनी"
"समिधा '(गीतांजली)
तड़पते हुए गीत - "मृगतृष्णा"
गीतधारा - "कवि कविता और"
भोजपुरी कविता संग्रह - "के सेमर फूल"
मेघदूत - भोजपुरी पद्यानुवाद
राजनीतिक कविता संग्रह: रांची से राजघाट

मेरी स्मृति 1974 की वह घटना आज भी सजीव  है , जब मैं गौतम इंटर कॉलेज  पिपरा रामधर  में हाई स्कूल  का छात्र था .  मुझे  कॉलेज के समारोह  श्री मोती बीए की उपस्थिति में मेरी कविता और भाषण प्रस्तुत करने का  अवसर प्राप्त हुआ . वे  ही  अतिथि थे, बहुत  बहुत  प्रसन्न  हुए  और  प्रोत्साहन स्वरुप अपने  पाकेट  से मुझे पाँच रुपये का नकद पुरस्कार  प्रदान किये .  मुझे लगता है यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा पुरस्कार था. यह पुरस्कार
मैं अपने पूरे जीवन भूल नहींसकता हूँ .   मैं  बहुत इक्छा होते हुए भी परिस्थिति बस  मैं  उनसे पुनः कभी  मिल नहीं सका .
भोजपुरी समाज से अपेक्षा है की ऐसे व्यक्तियों को भुला न दें ......
---रामेश्वर नाथ तिवारी

Views: 1601

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on January 27, 2011 at 9:21am
भईया, भोजपुरी सिनेमा मोती बी ए के सब दिन करजदार रही , उनुका के भुलावल आसान नईखे, जवन उहा के दे दिहलन आज के दिन उनुकर कृति अमर बा |

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहीं खो गयी है उड़ानों की जिद में-गजल
"आदरणीय लक्ष्मण भाई , ग़ज़ल के लिए आपको हार्दिक बधाई "
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी and Mayank Kumar Dwivedi are now friends
Monday
Mayank Kumar Dwivedi left a comment for Mayank Kumar Dwivedi
"Ok"
Sunday
Sushil Sarna commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहे -रिश्ता
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी रिश्तों पर आधारित आपकी दोहावली बहुत सुंदर और सार्थक बन पड़ी है ।हार्दिक बधाई…"
Apr 1
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-120
"तू ही वो वज़ह है (लघुकथा): "हैलो, अस्सलामुअलैकुम। ई़द मुबारक़। कैसी रही ई़द?" बड़े ने…"
Mar 31
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-120
"गोष्ठी का आग़ाज़ बेहतरीन मार्मिक लघुकथा से करने हेतु हार्दिक बधाई आदरणीय मनन कुमार सिंह…"
Mar 31
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-120
"आपका हार्दिक आभार भाई लक्ष्मण धामी जी।"
Mar 31
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-120
"आ. भाई मनन जी, सादर अभिवादन। बहुत सुंदर लघुकथा हुई है। हार्दिक बधाई।"
Mar 31
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-120
"ध्वनि लोग उसे  पूजते।चढ़ावे लाते।वह बस आशीष देता।चढ़ावे स्पर्श कर  इशारे करता।जींस,असबाब…"
Mar 30
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-120
"स्वागतम"
Mar 30
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177
"आ. रिचा जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Mar 29
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-177
"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
Mar 29

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service