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लक्ष्मण रामानुज लडीवाला's Discussions (4,212)

Discussions Replied To (6) Replies Latest Activity

"आपने सही लिखा है "धर्म एक माध्यम है जो हमें अध्यात्म के उच्च धरातल तक पहुंचाता है जह…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Apr 30, 2013 to धर्म की प्रासंगिकता

4 Apr 30, 2013
Reply by केवल प्रसाद 'सत्यम'

"मुझे लगा आपने मेरी प्रोफाइल में मेरी डायरी वाला लेख पढ़ा हो, मै अबोध बालक उम्र में ही…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Apr 18, 2013 to आखिर क्यों

12 Apr 26, 2013
Reply by ASHISH KUMAAR TRIVEDI

"A book "The magic of thinking big" also on the same lines.  One must fix a goal and…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Mar 23, 2013 to आत्मविश्वास एक शक्ति

2 Mar 24, 2013
Reply by ASHISH KUMAAR TRIVEDI

"सही बताया आपने श्री आशीष कुमार त्रिवेदी जी - इश्वर को को स्वार्थ से ऊपर उठकर,  स्वयं…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Mar 19, 2013 to ईश्वर और हम

14 Mar 25, 2013
Reply by ASHISH KUMAAR TRIVEDI

सदस्य टीम प्रबंधन

"Respected Saurabh ji, You have rightly said, "no doubt that every one is not spiritu…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 8, 2013 to Spirituality and the individual

18 Feb 8, 2013
Reply by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला

"वन्दे मातरम ! विजय निकोरे जी,  आपने अच्छी शुरुआत की है । This is true that truth can…"

लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied Feb 4, 2013 to Spirituality Is Our Root

5 Feb 4, 2013
Reply by Aarti Sharma

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"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
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"आदरणीय जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी"
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"आदरणीय चेतन प्रकाश जी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी ।"
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"आदरणीय जी सृजन पर आपके मार्गदर्शन का दिल से आभार । सर आपसे अनुरोध है कि जिन भरती शब्दों का आपने…"
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"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सृजन के भावों को मान देने एवं समीक्षा का दिल से आभार । मार्गदर्शन का दिल से…"
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"बंधुवर सुशील सरना, नमस्कार! 'श्याम' के दोहराव से बचा सकता था, शेष कहूँ तो भाव-प्रकाशन की…"
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"बंधुवर, नमस्कार ! क्षमा करें, आप ओ बी ओ पर वरिष्ठ रचनाकार हैं, किंतु मेरी व्यक्तिगत रूप से आपसे…"
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"बंधु, लघु कविता सूक्ष्म काव्य विवरण नहीं, सूत्र काव्य होता है, उदाहरण दूँ तो कह सकता हूँ, रचनाकार…"
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Chetan Prakash commented on Dharmendra Kumar Yadav's blog post ममता का मर्म
"बंधु, नमस्कार, रचना का स्वरूप जान कर ही काव्य का मूल्यांकन , भाव-शिल्प की दृष्टिकोण से सम्भव है,…"
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"अच्छे दोहे हुए हैं, आदरणीय सरना साहब, बधाई ! किन्तु दोहा-छंद मात्र कलों ( त्रिकल द्विकल आदि का…"
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