For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

                                   सामान्य शीशा कुछ नहीं छुपाता जो जैसा है वैसा ही दिखाता है.देखने वाले के मन में उस द्रश्य के प्रति कोई संशय ही नहीं रह जाता, किन्तु एक हल्का सा पर्दा भी मन में संशय पैदा कर देता है. किन्तु आज पारदर्शिता कि नितांत कमी महसूस कि जा रही है चाहे लोकतंत्र में सरकारी कामकाज कि बातें करें या फिर इंसान के चरित्र कि बात करें. सरकारी कामकाज में पारदर्शिता के अभाव के कारण ही समाज सेवी अन्ना हजारे जी को आर टी आय क़ानून लागू करने के लिए लड़ना पड़ा. इसी कानून के कारण आज कई वांछित जानकारियाँ कार्यकर्ता या जागरूक नागरिक द्वारा ली जा रही हैं.

                                   लोकतंत्र में पारदर्शिता का काफी महत्त्व है. क्योंकि लोकतंत्र में जनता ही सरकार बनाने के लिए नुमाइंदों का चयन करती है. यदि इनके चयन याने कि चुनाव प्रक्रिया यदि पारदर्शी नहीं होगी तो जनता में संशय के बीज अंकुरित होंगे. सिर्फ चुनाव ही नहीं उम्मीदवारों का भी चरित्र यदि साफ़ शीशे कि तरह पारदर्शी होगा तो जनता को वोट करने में आसानी होगी. बहुत प्रचार कि आवश्यकता नहीं रह जायेगी.पारदर्शी चरित्र का अर्थ एक ऐसे चरित्र से है जो निर्मल हो. जहां कट्टरता का नितांत अभाव हो. अभी कुछ दिन पहले पश्चिम बंगाल कि मुख्यमंत्री सुश्री ममता दीदी का जैसा कट्टरपंथी चरित्र देखने को मिला यह लोकतंत्र के लिए या मानवता के लिए ठीक नहीं है. मानव चरित्र इतना निर्मल होना चाहिए जैसे कि ब्लेक बोर्ड पर लिखा हुआ हो. जिसे आसानी से मिटाया जा सके तभी जीवन में नया सीखने का मार्ग प्रशस्त होगा. यदि आयल पैंट कि लकीर कि तरह हो जिसे कितना भी स्वच्छ पानी से धोते रहो कोई बदलाव नहीं होगा तो आगे बढ़ने के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता.

                                      यहाँ बात पारदर्शिता कि चल रही थी तो चरित्र भी निर्मल और पारदर्शी होना चाहिए. लोकतंत्र में सरकार का खजाना भरता है जनता के ही पैसे से, चाहे टैक्स के द्वारा वसूल किया गया हो या अन्य किसी तरह. इसलिए जनता को सरकारी खर्च कि पूरी जानकारी उपलब्ध होनी चाहिए.  आज हमारे देश कि वर्तमान सरकार यदि बदनाम है तो वह इसी कारण कि सरकारी कामकाज में पारदर्शिता का अभाव हो गया है. सराकर में बैठे नुमाइंदे अपनी आवश्यकताओं पर अनाप शनाप खर्च कर रहे हैं. जब कभी इनका मन होता है सब मिलकर अपने वेतन भत्तों में असंगत वृद्धि कर लेते हैं. अपनी विदेश यात्राओं पर गैर जरूरी धन खर्च करते हैं. सरकारी कामकाज में पारदर्शिता के अभाव के कारण ही आज भ्रष्टाचार अपनी चरम पर है. सिर्फ एक ही वर्ष में मंत्रियों कि संपत्ति दुगना हो जाना अपारदर्शिता का ही नतीजा है. पिछले कई दिनों से बाबा रामदेव सरकार के विरुद्ध कालाधन वापस लाने के लिए झंडा थामे देश भर में घूम रहे हैं. जबकि सरकार कालाधन के मामले में ज़रा भी पारदर्शीता नहीं बरत रही है. आज तक ना तो सरकार ने उन लोगों के ही नाम उजागर किये है जिनका कालाधन विदेशी बैंको में जमा है और ना ही आगे कि कार्यवाही पारदर्शी है. इस कारण देश कि जनता के मन में संशय होना लाजमी है कि कहीं कालेधन के सौदागरों को सरकार प्रश्रय तो नहीं दे रही है.

                              इसलिए अंत में यही कहूँगा कि लोकतंत्र में जनता के नुमाइंदों का कम से कम सार्वजनिक जीवन पारदर्शी होना चाहिए ताकि उनकी वही छवि सरकार के कार्य में भी दिखे.

Views: 316

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय निलेश जी, अच्छी ग़ज़ल हुई। बधाई स्वीकार करें। "
50 minutes ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय अजय जी, ग़ज़ल का अच्छा प्रयास है। बधाई स्वीकार करें"
54 minutes ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय निलेश जी, बहुत धन्यवाद"
1 hour ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय अजय जी, बहुत धन्यवाद"
1 hour ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय निलेश जी, बहुत धन्यवाद"
1 hour ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"आदरणीय आज़ी जी, बहुत धन्यवाद"
1 hour ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . . संबंध

दोहा सप्तक. . . . संबंधपति-पत्नी के मध्य क्यों ,बढ़ने लगे तलाक ।थोड़े से टकराव में, रिश्ते होते खाक…See More
1 hour ago
मनोज अहसास replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"अगर ये ग़ज़ल बेकार है आदरणीय अमित जी तो कुछ सुझाव दे दीजिए आप कुछ सुझाव दे दीजिए सादर"
2 hours ago
मनोज अहसास replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"हार्दिक आभार आदरणीय सादर"
2 hours ago
मनोज अहसास replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"हार्दिक आभार आदरणीय सादर"
2 hours ago
मनोज अहसास replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"हार्दिक आभार आदरणीय सादर"
2 hours ago
मनोज अहसास replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-171
"हार्दिक आभार आदरणीय सादर"
2 hours ago

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service