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मैया थावे वाली हो मैया थावे वाली ,
जैसे की तुने रहसु पे दया हमपे करो मेहरबानी ,
मैया थावे वाली हो मैया थावे वाली ,
राजा के अत्याचार के बदले दर्शन आके दी तुने ,
नस्ट किया उसका राजपाठ रहसु के लिए तुने ,
हमपे दया करो ये माता तुही काली तुही भवानी ,
मैया थावे वाली हो मैया थावे वाली ,
तेरे शेरो से रहसु के सारे काम तो होते थे ,
उनके घर में तू आती थी दर्शन तेरे होते थे ,
तुने दिया एक कंगन रहसु को ओ राजा को भेट किया ,
राजा निकला अज्ञानी तेरे शक्ति को ओ ललकार दिया ,
मैया थावे वाली हो मैया थावे वाली ,
राजा बोला रहसु से तुने ये चोरी कर लाया ,
रहसु ने समझाया राजा को माँ ने मुझको दिया ,
राजा अभिमानी बोला तू सत्य को साबित करो ,
एक तो कंगन हैं यह दूसरा भी प्रस्तुत करो ,
मैया थावे वाली हो मैया थावे वाली ,
रहसु बोला ये राजा माँ आएगी कंगन आएगा ,
अगर माँ यहा आ गई तो चारो और जलजला आएगा ,
झूठ पे आपने पर्दा न दो माँ को अपने बुला डालो ,
माँ चल दी है कामख्या से राजा अब न कह डालो ,
मैया थावे वाली हो मैया थावे वाली ,
अब कलकाता में आ गई हैं राजा मनो कहना ,
बुला ले अब अपने माँ को नहीं चले गा कोई बहाना ,
पटना आई चल दी है ओ आमी आ गई है भवानी ,
राजा मान जा मेरी बाते नहीं हो रही बड़ी नादानी ,
मैया थावे वाली हो मैया थावे वाली ,
आ गई माँ राजा दरबार में रहसु के सर फट गया ,
राजा देखा रहसु के सर से माँ का हाथ बाहर आया ,
दूसरा कंगन था उस हाथ में राजा को अचरज हुआ ,
रहसु मरा भूचाल आया राजा का महल खंडहर हुआ ,
मैया थावे वाली हो मैया थावे वाली ,

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Replies to This Discussion

बहुत बढ़िया कविता बनवनी माई थावेवाली पर...
जय हो....

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