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                    "मेरे मित्र सुशील जी, थुवाडी ए नज़्म कितनी रोंदी मांवा दी, उनां दी रुहाँ दी, तड़प नूँ…"vijay nikore replied Jun 15, 2015 to हुंण मैं की करां .......  | 
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                            Jun 18, 2015                 Reply by Sushil Sarna  | 
    
                    "बड़ा ही सौंड़ा गीत हे। वधाई। "vijay nikore replied Apr 12, 2015 to हुण आ गया सावन ……  | 
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                            Apr 15, 2015                 Reply by Sushil Sarna  | 
    
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