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इंडिया - न्युजीलेन्ड दूसरा टेस्ट

Friends as you all know, India-NewZeeland seond test match is going on at Rajiv Gandhi International Stadium, Hyderabad. Those, who love cricket, can comment about it here...........

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बहुत खूब योगराज जी , आपकी विविधता कमाल की है |बधाई !!
टेस्ट की बेस्ट टीम तो अपना हिन्दुस्तान है,
विश्व की हर टीम अब इस बात से, परेशान है,
और अब हरभजन ने दो दो शतक धुनकर, सुनो
कह दिया की जीतना, हमसे नही आसान है.
अब बारी स्पिनर्स की, कर दें आज कमाल
कीवी बल्लेबाज़ सब, हो जाएँ बेहाल,
हो जाएँ बेहाल, अस्त्र सब अपने डालें,
भारत के रणवीर जीत का बिगुल बजा लें.

धन्यवाद आपका नवीन भाई
हालाँकि पहला टैस्ट भारत ने जीता नहीं था, लेकिन जिस तरह से न्यूज़ीलैंड की एक निश्चित जीत को भज्जी की बैटिंग ने ड्रॉ में बदल दिया था वह भी भारत के लिए एक जीत के समान था। और अब दूसरे टैस्ट में भी उसी भज्जी ने एक बार फिर से वही चीज़ दोहरा दी है।
भज्जी ने जो चौके छक्के जम के मारे
होश गँवा बैठे सारे कीवी बेचारे
अब कीवी भी पलट के दिखा दिया है जोश
धोनी भैया आप खोना नहीं अपने होश
क्रिकेटी कविता

मुझे तो दुनिया पिच लगती है
खुद को सोचता हूँ मैं बैट,
बाउंसर पर बाउंसर आते हैं
क्रीज़ में मैं जाता हूँ बैठ |

नवीन जी आप अम्पायर होते
क्रिकेट खेलते हम न रोते ,
चौके छक्के खूब मारते
अपना विकेट कभी न खोते |

बागी जी सा होता बालर
योगराज जी जैसा कीपर ,
प्रीतम आशीष गेंद रोकते
सलिल खेलते दिनभर |

ओ.बी.ओ. को फिल्ड बनायें
रचनाओं के रन दौडाएं
आओ हम सब ले संकल्प
इसे छोड़कर कभी न जाएँ |
kabhi na hum jayenge
is pech per khub run benayenge
koi out na hoga kuki empire humara hoga
वाह वाह - क्या बात है आशीष भाई ! सालिक जी के दिन भर खेलने की बात भी खूब कही !
आशा तो मैं बांध कर बैठा हूँ इस बार
टीम इंडिया जीत का देगी अब उपहार
देगी अब उपहार न हो कोई अनहोनी
शतकवीर भज्जी से कह दो प्यारे धोनी
शतक ठीक है किन्तु बाल को थामो बास्सा
आल राउंडर बन कर पूरी कर दो आशा
बल्लेबाजी ठीक थी, बस रहा ये ग़म
गोलंदाजी भारत की बिलकुल थी बेदम,
बिलकुल थी बेदम, रनों के ढेर लुटाए
क्या थी रणनीति कोई मुझको समझाए !
जब तक ना सुधरेगी अपनी गोलंदाजी,
फीकी फीकी रहेगी अपनी बल्लेबाजी !

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सदस्य कार्यकारिणी
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गिरिराज भंडारी commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"आ. नीलेश भाई , बेहतरीन ग़ज़ल हुई है ,सभी शेर एक से बढ कर एक हैं , हार्दिक बधाई ग़ज़ल के लिए "
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