For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Rector Kathuria's Discussions (12)

Discussions Replied To (10) Replies Latest Activity

"कभी भूले से भी तुम, हाल मेरा पूछ लेते तो।हमारे दिल को भी तुमसे, मुहब्बत और हो जाती।।…"

Rector Kathuria replied Sep 24, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-75

739 Sep 24, 2016
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"रवि शुक्ला जी आपने पते की बात कही---आभारी हूँ... "

Rector Kathuria replied Sep 24, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-75

739 Sep 24, 2016
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"आपने बिलकुल सही कहा राम बली गुप्ता जी--- खबरों के चक्रव्यूह से निकल कर बहुत देर बाद…"

Rector Kathuria replied Sep 24, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-75

739 Sep 24, 2016
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"ग़ज़ल  इनायत और हो जाती, मुरव्वत और हो जाती, मिला लेते वो गर नज़रें, मोहब्बत और हो जाती…"

Rector Kathuria replied Sep 24, 2016 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-75

739 Sep 24, 2016
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

प्रधान संपादक

"योगराज जी आपने बहुत ही अच्छा प्रयास किया है....इस गज़ल ने दीपक साहिब की बहुत सी यादें…"

Rector Kathuria replied Jan 3, 2011 to जनाब दीपक "जैतोई" साहिब की पंजाबी ग़ज़ल का हिंदी अनुवाद

29 Sep 22, 2016
Reply by Samar kabeer

".....आपकी रचना...इसमें किये गए व्यंग्य...इसमें उठाये गए मुद्दे...... और उस पर आपका अ…"

Rector Kathuria replied Dec 2, 2010 to हम बोलेगा तो बोलो गे की बोलता है ...

12 Dec 8, 2010
Reply by DEEP ZIRVI

मुख्य प्रबंधक

"नवीन जी की बात बहुत महत्वपूर्ण तथ्य बता रही है..................!"

Rector Kathuria replied Nov 24, 2010 to क्या हम लेखको का हक मार रहे है ?

172 Jan 17, 2017
Reply by gaurav kumar pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"तू जब भी याद आता है तो मेरा दिल जलाता है; हवा करती है सरगोशी बदन यह काँप जाता है. त…"

Rector Kathuria replied Nov 23, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-५ (Closed now)

574 Nov 24, 2010
Reply by sanjiv verma 'salil'

मुख्य प्रबंधक

"आप बिलकुल सही कह रहे हैं.....शायद यहाँ अभी भी केवल खरीदी गयी चीज़ का ही सम्मान होता…"

Rector Kathuria replied Nov 21, 2010 to क्या हम लेखको का हक मार रहे है ?

172 Jan 17, 2017
Reply by gaurav kumar pandey

"गज़ल सब से पत्थर खाता है वो दीवाना. फिर भी सच सुनाता है वो दीवाना. क्यूं सपनों में आ…"

Rector Kathuria replied Nov 10, 2010 to "OBO लाइव महा इवेंट" अंक-१ ( Now Close )

1215 Nov 11, 2010
Reply by योगराज प्रभाकर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"जी, ऐसा ही होता है हर प्रतिभागी के साथ। अच्छा अनुभव रहा आज की गोष्ठी का भी।"
6 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"अनेक-अनेक आभार आदरणीय शेख़ उस्मानी जी। आप सब के सान्निध्य में रहते हुए आप सब से जब ऐसे उत्साहवर्धक…"
7 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"वाह। आप तो मुझसे प्रयोग की बात कह रहे थे न।‌ लेकिन आपने भी तो कितना बेहतरीन प्रयोग कर डाला…"
9 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - यहाँ अनबन नहीं है ( गिरिराज भंडारी )
"ग़ज़ल के लिए बधाई स्वीकार करें आदरणीय गिरिराज जी।  नीलेश जी की बात से सहमत हूँ। उर्दू की लिपि…"
11 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"धन्यवाद आ. अजय जी "
14 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"मोर या कौवा --------------- बूढ़ा कौवा अपने पोते को समझा रहा था। "देखो बेटा, ये हमारे साथ पहले…"
15 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"जी आभार। निरंतर विमर्श गुणवत्ता वृद्धि करते हैं। अपनी एक ग़ज़ल का मतला पेश करता हूँ। पूरी ग़ज़ल भी कभी…"
15 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"क़रीना पर आपके शेर से संतुष्ट हूँ. महीना वाला शेर अब बेहतर हुआ है .बहुत बहुत बधाई "
15 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"हार्दिक स्वागत आपका गोष्ठी और रचना पटल पर उपस्थिति हेतु।  अपनी प्रतिक्रिया और राय से मुझे…"
15 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-122 (विषय मुक्त)
"आप की प्रयोगधर्मिता प्रशंसनीय है आदरणीय उस्मानी जी। लघुकथा के क्षेत्र में निरन्तर आप नवीन प्रयोग कर…"
16 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - मुक़ाबिल ज़ुल्म के लश्कर खड़े हैं
"अच्छी ग़ज़ल हुई है नीलेश जी। बधाई स्वीकार करें।"
16 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (कुर्ता मगर है आज भी झीना किसान का)
"मौसम का क्या मिज़ाज रहेगा पता नहीं  इस डर में जाये साल-महीना किसान ka अपनी राय दीजिएगा और…"
16 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service