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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s Discussions (5,212)

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"आदरणीय भाई अविनाश जी  इस सुंदर गजल के लिए ढेरों बधाईयां ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"आदरणीय भाई हरजीत जी  इस अच्छी गजल के लिए ढेरों बधाईयां ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"आदरणीय भाई गिरिराज जी इस उम्दा  गजल के लिए ढेरों बधाईयां ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"आदरणीय तिलक सर इस गजल का जवाब नहीं । बार बार पढने को जी कर रहा है । प्रिंट निकाल लिय…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"आ0 भाई शिज्जू जी इस नायाब गजल के लिए ढेरों बधाईयां ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"आ0 गुलशन जी इस मदमस्त गजल के लिए ढेरों बधाईयां ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"अच्छे दिन का कहकर हम पर जो लाद रहे हो दिन यह तुम, बाजारों का क्या हाल हुआ सब आम खुबा…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"अब इतने भी नादान नहीं हम जितना आप समझते हैं बिन सोचे-समझे क्यूँ अच्छा दिन, रात सुहान…"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"आ0 भाई अरूण कुमार जी इस बेजोड़ गजल के लिए हार्दिक बधाई ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

"आ0 भाई अरूण जी रूह तक असर करती  इस बेहतरीन गजल के लिए कोटि कोटि बघाईया ।"

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied Jul 26, 2014 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-49

431 Jul 26, 2014
Reply by भुवन निस्तेज

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