For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

ASHISH SHRIVASTAVA's Discussions (161)

Discussions Replied To (161) Replies Latest Activity

"वाह साब। आपने भी बहुत अच्छा मुद्दा उठाया। अनुभव शायद इसी को कहते हैं। देखी हुई बात क…"

ASHISH SHRIVASTAVA replied Sep 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-42 (विषय: "उम्मीद")

426 Sep 30, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय महोदय, बेटी को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करती अच्छी लघुकथा है। अंत में नाम की ज…"

ASHISH SHRIVASTAVA replied Sep 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-42 (विषय: "उम्मीद")

426 Sep 30, 2018
Reply by Samar kabeer

"परिवार को बचाये रखने, बनाये रखने और बदनामी से बचने के लिए कई बार लोग अपनी ही सहनशक्त…"

ASHISH SHRIVASTAVA replied Sep 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-42 (विषय: "उम्मीद")

426 Sep 30, 2018
Reply by Samar kabeer

"लोगों को बिगाड़ने और समाज का वातावरण खराब करने वाले दूषित मानसिकता के शिकार लोगों के…"

ASHISH SHRIVASTAVA replied Sep 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-42 (विषय: "उम्मीद")

426 Sep 30, 2018
Reply by Samar kabeer

"पारिवारिक परिवेश, हालात और मजबूरियां, ऐसे में फर्ज अदा करना और गलत रास्ते में न भटकत…"

ASHISH SHRIVASTAVA replied Sep 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-42 (विषय: "उम्मीद")

426 Sep 30, 2018
Reply by Samar kabeer

"वाह-वाह लाजवाब कर दिया। हमें आपने अपनी बचपन की उन बाखलों में पहुंचा दिया जहां इस तहज…"

ASHISH SHRIVASTAVA replied Sep 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-42 (विषय: "उम्मीद")

426 Sep 30, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय लेखक महोदय, आपने सोशल मीडिया के दौर में लुप्त होती पत्र शैली को जीवंत कर दिया…"

ASHISH SHRIVASTAVA replied Sep 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-42 (विषय: "उम्मीद")

426 Sep 30, 2018
Reply by Samar kabeer

"सम्मानीय लेखिका महोदय, लघुकथा के माध्यम से आपने एक बार फिर दहेज का ज्वलंत मुद्दा उठा…"

ASHISH SHRIVASTAVA replied Sep 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-42 (विषय: "उम्मीद")

426 Sep 30, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय जनाब, आपके बोल वचन पढ़कर दिल की गहराईयों से एक ही लफ़्ज निकला-‘‘आमीन’’"

ASHISH SHRIVASTAVA replied Sep 15, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-95

254 Sep 15, 2018
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय महोदय, प्रस्तुति पर आपकी बहुमूल्य टिप्पणी के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। शुभकामनाओ…"

ASHISH SHRIVASTAVA replied Sep 15, 2018 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-95

254 Sep 15, 2018
Reply by Samar kabeer

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सुशील भाईजी, इन पाँच  सुंदर  मुकरियाँ के लिए हार्दिक बधाई। अंतिम की अंतिम पंक्ति…"
36 minutes ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय मिथिलेश भाईजी,  हार्दिक बधाई इन पाँच मुकरियों के लिए | मेरी जानकारी के अनुसार सभी पदों…"
53 minutes ago
Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कह-मुकरी * प्रश्न नया नित जुड़ता जाए। एक नहीं वह हल कर पाए। थक-हार गया वह खेल जुआ। क्या सखि साजन?…"
12 hours ago
pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कभी इधर है कभी उधर है भाती कभी न एक डगर है इसने कब किसकी है मानी क्या सखि साजन? नहीं जवानी __ खींच-…"
16 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
"आदरणीय तमाम जी, आपने भी सर्वथा उचित बातें कीं। मैं अवश्य ही साहित्य को और अच्छे ढंग से पढ़ने का…"
20 hours ago
Aazi Tamaam commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
"आदरणीय सौरभ जी सह सम्मान मैं यह कहना चाहूँगा की आपको साहित्य को और अच्छे से पढ़ने और समझने की…"
22 hours ago
Sushil Sarna replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कह मुकरियाँ .... जीवन तो है अजब पहेली सपनों से ये हरदम खेली इसको कोई समझ न पाया ऐ सखि साजन? ना सखि…"
23 hours ago
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"मुकरियाँ +++++++++ (१ ) जीवन में उलझन ही उलझन। दिखता नहीं कहीं अपनापन॥ गया तभी से है सूनापन। क्या…"
yesterday
Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"  कह मुकरियां :       (1) क्या बढ़िया सुकून मिलता था शायद  वो  मिजाज…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"रात दिवस केवल भरमाए। सपनों में भी खूब सताए। उसके कारण पीड़ित मन। क्या सखि साजन! नहीं उलझन। सोच समझ…"
yesterday
Aazi Tamaam posted blog posts
Friday
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"बहुत खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई लक्ष्मण सिंह 'मुसाफिर' साहब! हार्दिक बधाई आपको !"
Thursday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service