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Pallav Pancholi's Discussions (16)

Discussions Replied To (16) Replies Latest Activity

"bahut bahut bahut sundar rachna sir....  "

Pallav Pancholi replied May 28, 2011 to "OBO लाइव तरही मुशायरा" अंक-११(Now Close)

235 May 30, 2011
Reply by Hilal Badayuni

"ग़रीबी ने ग़रीबों से यहाँ क्या क्या कराया हैकभी भूखा सुलाया है कभी रोज़ा कराया हैमज़…"

Pallav Pancholi replied May 28, 2011 to "OBO लाइव तरही मुशायरा" अंक-११(Now Close)

235 May 30, 2011
Reply by Hilal Badayuni

सदस्य टीम प्रबंधन

"आँख में चुभने लगा आज ये मंज़र क्यों है ? आग मे आज यहाँ झुलसे सभी घर क्यों है ? आसमा…"

Pallav Pancholi replied Oct 1, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-4 (Now Close)

268 Oct 5, 2010
Reply by योगराज प्रभाकर

सदस्य टीम प्रबंधन

"ज़िंदगी में तुम्हारी कमी रह गई लब हँसे,आँखों मे नमी रह गई लगी आग तो बस्ती जली सारी…"

Pallav Pancholi replied Sep 18, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-3 (Now Closed)

380 Sep 23, 2010
Reply by योगराज प्रभाकर

सदस्य टीम प्रबंधन

"तेरे साथ ना होने से क्या फ़र्क़ पड़ता है मैने तो दिल तुझ ही से लगा रक्खा है"

Pallav Pancholi replied Sep 4, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-1( closed Now )

48 Sep 9, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

सदस्य टीम प्रबंधन

"मौत के फरिश्ते यूही नही हुए नाकाम यारों माँ की दुआएँ है जिन्होने मुझे बचा रखा है"

Pallav Pancholi replied Sep 4, 2010 to OBO लाइव तरही मुशायरा-1( closed Now )

48 Sep 9, 2010
Reply by Navin C. Chaturvedi

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"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है हार्दिक बधाई।"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ताने बाने में उलझा है जल्दी पगला जाएगा
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन।सुंदर गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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