For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Zaif's Discussions (217)

Discussions Replied To (217) Replies Latest Activity

"ख़ूब ग़ज़ल हुई है आदरणीय। सादर "

Zaif replied Dec 28, 2022 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-150

376 Dec 29, 2022
Reply by DINESH KUMAR VISHWAKARMA

"बहुत ख़ूब, आदरणीय। आ. रवि जी से सहमत। सादर"

Zaif replied Dec 28, 2022 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-150

376 Dec 29, 2022
Reply by DINESH KUMAR VISHWAKARMA

" बहुत ख़ूब, आदरणीय। बधाई स्वीकारें, सादर।"

Zaif replied Dec 28, 2022 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-150

376 Dec 29, 2022
Reply by DINESH KUMAR VISHWAKARMA

"बहुत ख़ूब, आदरणीय। क्या कहने! "

Zaif replied Dec 28, 2022 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-150

376 Dec 29, 2022
Reply by DINESH KUMAR VISHWAKARMA

"ग़ज़ल पूरी न जाने ज़िन्दगी की कब तलक होगी कभी सानी नहीं मिलता कभी ऊला नहीं रहता 6 वाह,…"

Zaif replied Dec 28, 2022 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-150

376 Dec 29, 2022
Reply by DINESH KUMAR VISHWAKARMA

"बहुत ख़ूब, आदरणीय। सादर "

Zaif replied Dec 28, 2022 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-150

376 Dec 29, 2022
Reply by DINESH KUMAR VISHWAKARMA

"1222 1222 1222 1222 इन आँखों में ज़ियादा देर तक चहरा नहीं रहता वही बद-बख़्त हूँ जिसका…"

Zaif replied Dec 28, 2022 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-150

376 Dec 29, 2022
Reply by DINESH KUMAR VISHWAKARMA

"कोई यक़ीं न कर सके अपने ही प्यार परयूँ भी न 'आरज़ू' किसी की पाएमाल* हो अहा, ख़ूब! आद…"

Zaif replied Nov 26, 2022 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-149

307 Nov 26, 2022
Reply by Samar kabeer

"लम्बी हो उम्र इसकी जगह ये दुआ मिलेदो दिन की ज़िन्दगी हो मगर बेमिसाल हो वाह, आदरणीय!…"

Zaif replied Nov 26, 2022 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-149

307 Nov 26, 2022
Reply by Samar kabeer

"जब मैं ग़ज़ल कहूँ, तो उठे मरहबा की गूँज''इस रोज़-ओ-शब में ऐसा भी इक दिन कमाल हो'' आ.…"

Zaif replied Nov 26, 2022 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-149

307 Nov 26, 2022
Reply by Samar kabeer

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
11 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
11 hours ago
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
23 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक ..रिश्ते
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी के भावों को आत्मीय मान से सम्मानित करने का दिल से आभार आदरणीय"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"आ. भाई आजी तमाम जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। उत्तम गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on AMAN SINHA's blog post काश कहीं ऐसा हो जाता
"आदरणीय अमन सिन्हा जी इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई स्वीकार करें। सादर। ना तू मेरे बीन रह पाता…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on दिनेश कुमार's blog post ग़ज़ल -- दिनेश कुमार ( दस्तार ही जो सर पे सलामत नहीं रही )
"आदरणीय दिनेश कुमार जी बहुत बढ़िया ग़ज़ल हुई है शेर दर शेर दाद ओ मुबारकबाद कुबूल कीजिए। इस शेर पर…"
yesterday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service