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विनोद खनगवाल's Discussions (134)

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"दीवार (द्वितीय लघुकथा) "चम्पा, आज तुमने तबीयत खुश कर दी कसम से। मांग लो, आज जो भी इ…"

विनोद खनगवाल replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी आपकी विशेष टिप्पणी के लिए दिल से आभारी हूँ।"

विनोद खनगवाल replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय योगराज प्रभाकर जी "टिप्पणी" की महत्वता का अपना एक विशेष स्थान होता है। आपने व…"

विनोद खनगवाल replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"कथा का प्लाट बहुत बढिया चुना है आदरणीया कांता जी लेकिन शिल्प छूटता नजर आ रहा है जिसस…"

विनोद खनगवाल replied Apr 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय गिरिराज भंडारी सर जी कथा पसंद करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।"

विनोद खनगवाल replied Apr 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीया नेहा जी बहुत बहुत धन्यवाद"

विनोद खनगवाल replied Apr 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बहुत मर्मस्पर्शी लघुकथा ज्योत्स्ना जी। अंत में बहुत भावुक कर दिया। बधाई स्वीकार करें।"

विनोद खनगवाल replied Apr 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय सौरभ जी। बहुत भावपूर्ण और मार्मिक लघुकथा बन पड़ी है। लघुकथा में अनावश्यक विस्…"

विनोद खनगवाल replied Apr 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"आदरणीय डाॅ विजय शंकर जी। लघुकथा पर उत्साहित टिप्पणी के लिए आभारी हूँ। आदरणीय जितेंद्…"

विनोद खनगवाल replied Apr 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"प्रकृति ने यह एहसास दिला दिया कि तुम लोग सिर्फ इंसान हो। कोई भी धर्म इंसानियत से बढक…"

विनोद खनगवाल replied Apr 29, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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