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रंग से नहला दो उसे जो नहाता हो नहीं ,
इस बहाने काम तो इक धर्म का हो जायेगा।
ऐसे ही अच्छ तरीके से होली धर्म निभाते रहोगे
तो पंडि्तों आलिमों और मौल्वियों को भारत में
कौन पूछेगा धर्मेन्द्र भाई , ख़ूबसूरत हज़ल , बधाई।
वाह जी वाह अब आए हमारे धर्म भरा जी उर्फ़ जाट यमला पगला दीवाना साहिब ! देर लगी आने में तुम को शुकर है फिर भी आए तो !
//रोज पव्वा पी लिया तो पीलिया हो जायेगा
आज हथियाया हुआ कल दूब सा हो जाएगा//
क्या बात है प्रभु - सुन्दर मतला और बढ़िया गठजोड़ !
//दूब जैसा हो गया तो गाय खा लेगी तुझे
सोच उसके पेट में जाकर तू क्या हो जाएगा//
हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा - यानि की आगाज़ तो अच्छा है अंजाम खुदा जाने ?
//रंग से नहला दो उसको जो नहाता हो नहीं
इस बहाने काम तो एक धर्म का हो जाएगा//
भाभी जी सुन रही हैं आप ? आप भी कमाईये तो थोडा सा पुण्य धर्म भाजी पर रंग की २-४ बाल्टियां डालकर !
//जो मिले नेता पकड़कर खूब रगड़ो कीच में
नालियाँ गंदी बहुत उसको पता हो जाएगा //
हा हा हा हा हा हा हा हा - सावधान हो जायो नेतायो !
//मनचला कोई मिले तो बैटरी की कालिखें
मुँह पे मल देना पलों में गाय सा हो जाएगा !//
छोड़ दे तू राह जाती लड़कियों को घूरना,
वर्ना धरमिंदर से प्रेम चोपड़ा हो जाएगा !
जो मिले नेता पकड़कर खूब रगड़ो कीच में
नालियाँ गंदी बहुत उसको पता हो जाएगा
मनचला कोई मिले तो बैटरी की कालिखें
मुँह पे मल देना पलों में गाय सा हो जाएगा
अच्छी नसीहत है भाई, जरूर अमल में लाते मगर आप तो इलाहाबाद आओगे नहीं कालिख किसको मलेगे ?
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